सर्व आदिवासी समाज के तीखे तेवर; गिरफ्तार हुआ सीआरपीएफ जवान
बलात्कार का है आरोप ; भेजा गया जेल
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सुकमा.
सर्व आदिवासी समाज के तीखे तेवर को देखकर पुलिस के भी हाथ पैर सुन्न हो गए. दोरनापाल थाने में डटे आदिवासियों ने केंद्रीय पुलिस बल ( सीआरपीएफ ) के एक जवान पर बलात्कार का आरोप लगाया है.
उल्लेखनीय है कि जिले के दुब्बाटोटा स्थित सीआरपीएफ के क्वारीटाईन कैंप के जवान पर बलात्कार व छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है.
बताया जाता है कि पीड़ित युवती व परिजनों ने दोरनापाल थाने में जाकर एक शिकायत दर्ज करवाई है. इसके बाद पुलिस ने पतासाजी कर उस जवान को हिरासत में लिया और जेल भेज दिया गया.
गाय चराने गई थी लड़की- मंगलराम
आदिवासी नेता मंगलराम ने बताया कि सोमवार सुबह जंगल में गाय चराने के लिए ये युवतियां गई हुई थी.
कैंप के आसपास गाय चरा रहे थे. कैंप का जवान बाहर निकाला. युवती के साथ उसने गंदा काम किया.
उसके बाद वो रोते-रोते गांव में आई लेकिन डर के मारे किसी को नहीं बताया. दूसरे दिन अपनी मां को पूरी बात बताई.
मां ने उसके भाई को बात बताई. फिर समाज के सामने कल बात को रखा गया. इसके बाद हम सभी लोग थाने पहुंचे.
कैंप इंचार्ज पर भी हो कार्रवाई : मनीष कुंजाम
पूर्व विधायक व सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने कहा कि दुब्बाटोटा सीआरपीएफ कैंप के जवानों ने महिलाओं के साथ गंदा कृत्य किया है जो गलत है.
कुंजाम के मुताबिक उस जवान के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए बल्कि उस कैंप के इंजार्च के उपर भी कार्रवाई की जाए क्योंकि जवान को अनुशासन में रखना इंजार्च का काम है.
वे कहते हैं कि यह सिर्फ दुब्बाटोटा की घटना नहीं है बल्कि अंदरूनी इलाकों के कैंपों का भी यही हाल है लेकिन शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत कोई नहीं दिखा पाता.
पूर्व विधायक मनीष कहते हैं किइस घटना की महासभा कड़े शब्दों में निंदा करता है. ऐसी घटनाओं के खिलाफ तीव्र और व्यापक लड़ाई लड़ी जाएगी.
इस बारे में सुकमा के एसपी शलभ सिन्हा कहते हैं कि :
महिला ने शिकायत दर्ज करवाई थी जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर आरोपी की पतासाजी करने के बाद हिरासत में लिया गया है. उसे जेल भेज दिया गया.