नेशन अलर्ट/अंबिकापुर।
तकरीबन डेढ़ दशक पुराने मामले में स्वयं के विरुद्ध जारी स्थाई वारंट को निरस्त कराने भाजपा प्रत्याशी अनुराग सिंहदेव ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में हैं लेकिन उन्हें जेल भी भेजा जा सकता है। न्यायालय आगे की सुनवाई कुछ देर में कर सकती है।
अनुराग सिंहदेव के विरुद्ध जारी स्थाई वारंट स्थानीय गांधीनगर थाने का है जिसमें अनुराग सिंहदेव एवं साथियों के विरुद्ध एक आंदोलन के दौरान धारा 141,341,34 के तहत मामला पंजीबद्ध हुआ था। अनुराग सिंहदेव उस समय युवा मोर्चा के जि़लाध्यक्ष थे।
प्रकरण में पुलिस ने चालान पेश किया और अनुराग सिंहदेव और उनके साथियों को फऱार बता दिया जिसके आधार पर न्यायालय ने 2006 से स्थाई वारंट जारी कर दिया था।
अनुराग सिंहदेव इसी मामले में अधिवक्ता अशोक दुबे के माफऱ्त न्यायालय में पेश हुए हैं। पंक्तियों के लिखे जाने तक अनुराग सिंहदेव न्यायिक हिरासत में है, उनकी जमानत पर सुनवाई कुछ देर में होनी है।