क्या चार मई से खत्म होगा कोरोना ?
कोरोना वायरस से पूरा विश्व चिंतित है। हर कोई सोचने लगा है कि इससे मुक्ति कब मिलेगी? इससे कैसे बाहर निकला जाए? ऐसे तमाम सवाल लेकर लोगों की निगाहें ज्योतिष की तरफ हैं। प्रमुख ज्योतिषाचार्य का दावा है कि चार मई से देश में तेजी से परिवर्तन होगा। कोरोना वायरस से निजात मिलेगी।
विज्ञान की देन है कोरोना
वैदिक ज्योतिष संस्थान के प्रमुख स्वामी पूर्णानंदपुरी ने बताया कि ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से कोरोना वायरस जैसे संकट उत्पन्न होने के प्रमुख कारण हैं। जब प्रकृति की सात्विक शक्तियां सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति कमजोर अवस्था में गोचर कर रहे होते हैं, तब ऐसी स्थिति बनती है। वर्तमान में जो गोचर चल रहा है, उसके अनुसार 27 अप्रैल तक ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
उसके बाद सूर्य दो हफ्ते केलिए स्थिति में सुधार करेंगे। राहु प्रलय के आद्रा नक्षत्र में चल रहे हैं, 20 मई तक वह इसी नक्षत्र में रहेंगे। पूर्णानंदपुरी ने बताया कि इस नक्षत्र का संबंध भगवान शिव के रौद्र रूप से है।
14 से 27 अप्रैल तक उच्च राशि मेष के नक्षत्र अश्विनी से गोचर करेंगे। इस समय में बड़ी उपलब्धि मिल सकती है।
तथास्तु ज्योतिष संस्थान के प्रमुख लवकुश शास्त्री ने कहा कि वर्तमान में मकर राशि में मंगल, गुरु व शनि की युति बन रही है, जिसमें शनि स्वराशि है, मंगल उच्च राशि का है एवं गुरु नीच राशि का है।
शास्त्रों के अनुसार इन तीनों की युति विश्व को रोग एवं महामारी जैसे भयंकर उत्पातों को देने वाली है। चार मई की रात 8:40 पर मंगल मकर राशि से परिवर्तित होकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जिसके बाद भारत सहित विश्व में कोरोना नामक महामारी पूर्व में कमजोर होने एवं धीरे धीरे समाप्त होने का सूचक है।
आचार्य लवकुश शास्त्री ने दावा किया कि पीएम नरेंद्र मोदी को भी उम्मीद है कि चार मई से देश की स्थिति सुधरेगी, इसलिए उन्होंने तीन मई तक लॉकडाउन किया है।