3150 किलो बेसन, 7 हजार किलो शक्कर को 2700 किलो घी में पकाकर तैयार हुई महाप्रसादी !
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माँ करणी को रविवार को महाप्रसादी का भोग लगाया जाएगा. इसे धीमी आँच में तैयार करने का काम बीते गुरूवार से चल रहा है. 2700 किलो घी में 3150 किलो बेसन, 7 हजार किलो शक्कर को पकाकर यह महाप्रसादी तैयार की गई है.
उल्लेखनीय है कि माँ करणी की ओरण परिक्रमा 3 नवँबर से प्रारँभ होने वाली है. माँ के परम भगत सेना से सेवानिवृत्त कप्तान सज्जन सिंह बताते हैं कि हर साल परिक्रमा के पहले इसी तरह महाप्रसादी अर्पित की जाती रही है.
151 किलो सूखे मेवे का हुआ उपयोग . . .

मँदिर ट्रस्ट से जुडे़ लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक इस महाप्रसादी को सावन भादो महाप्रसादी के नाम से जाना जाता है. इसे इस बार गोपालदास राठी के परिवार ने तैयार करवाया है.
श्री करणी मँदिर निजी प्रन्यास के सचिव शँकरदान जी बताते हैं कि महाप्रसादी तैयार करने का कार्य गुरूवार से प्रारँभ हुआ था जोकि शनिवार तक चला. धीमी धीमी आँच में शुध्दता का ध्यान रखते हुए यह तैयार हुई है.
इसे कुलजमा 40 कडा़ईयों में तैयार किया गया है. इन कडा़ईयों को सावन भादो आसोज के नाम से जाना जाता है इस कारण सावन भादो आसोज महाप्रसादी के नाम से भी इसे पुकारा जाता है. इसकी तैयारी में 151 किलो सूखे मेवे का उपयोग हुआ है.

