खबरों की खबरछत्‍तीसगढ़स्‍वास्‍थ्‍य, शिक्षा और रोजगार

उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 7 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी साक्षरता परीक्षा

शेयर करें...

राजनांदगांव। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान नई दिल्ली की पहल पर राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा महाभियान का आयोजन रविवार 7 दिसंबर 2025 को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल द्वारा कलेक्टोरेट के कार्यालय कक्ष में जिला स्तरीय उन्मुखीकरण बैठक ली गई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा महाभियान में शिक्षार्थी सुविधानुसार रविवार 7 दिसंबर 2025 को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के भीतर परीक्षा में सम्मिलित हो सकते है। शिक्षार्थी को प्रश्न पत्र हल करने के लिए 3 घंटे का समय दिया जाएगा। प्रश्न पत्र के पढ़ना, लिखना एवं गणित कुल 3 भाग होंगे तथा प्रत्येक भाग 50 अंकों का होगा व प्रत्येक प्रश्नों का उत्तर देना होगा। राष्ट्रव्यापी परीक्षा महाअभियान में राजनांदगांव जिले के 15 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे शिक्षार्थी जिन्होंने उल्लास केन्द्र में 200 घंटे में उल्लास प्रवेशिका के सात अध्याय पूर्ण किये हों, परीक्षा में पूर्व में पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत प्रमाणीकरण नहीं हुआ है, जो मोहल्ला साक्षरता केन्द्र में पढ़ाई किए हो, जो बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान की परीक्षा में शाामिल होना चाहते हो, वह परीक्षा में शिक्षार्थी शामिल हो सकते है। उन्होंने बताया कि पंजीयन के आधार पर ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय के वार्डवार आंकलन में सम्मिलित होने वाले शिक्षार्थियों की सूची तैयार की जाएगी एवं संबंधित ग्राम पंचायत अथवा नगरीय निकाय के वार्ड के नजदीक वाले शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक स्कूल को परीक्षा केन्द्र बनाया जाएगा। जिले में अद्यतन 10700 शिक्षार्थियों का पंजीयन किया गया है एवं 464 परीक्षा केन्द्र बनाये गए हैं। परीक्षा केन्दों में परीक्षा केन्द्राध्यक्ष एवं मूल्यांकनकर्ता की ड्यूटी लगाई गई है। विकासखंड एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। परीक्षा में सफल शिक्षार्थियों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय एनआईओएस तथा राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण एनआईएलपी से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि स्वयंसेवी शिक्षकों के द्वारा ग्राम एवं वार्ड के चिन्हित असाक्षरों को राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ एवं राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ द्वारा तैयार की गई उल्लास प्रवेशिका के पाठों के अलावा साक्षरता कक्षाओं का संचालन नवाचारी गतिविधियों का प्रयोग करते हुए, डिजिटल साक्षरता, आपदा प्रबंधन, कौशल विकास, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता सहित अन्य विषयों की जानकारी दी जा रही है। परीक्षा दिवस को मॉनीटरिंग हेतु दल बनाया गया है। जिसमें जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता मिशन, सहायक परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा, सहायक जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा को विकासखंड में परीक्षा केन्द्रों की मॉनीटरिंग हेतु दायित्व सौंपा गया है। विकासख्ंाड स्तर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, सहायक नोडल साक्षरता एवं संकुल समन्वयकों द्वारा मॉनीटरिंग की जाएगी।
उल्लास नवभारत कार्यक्रम का उद्देश्य किन्हीं कारणों से साक्षरता और संख्या ज्ञान अर्जित नहीं करने वाले 15 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग वाले व्यक्तियों को पढ़ने-लिखने के अवसर उपलब्ध कराना है। इस संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओं की क्रियान्वयन के लिए 1 अप्रैल 2022 से भारत सरकार द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम उल्लास प्रारंभ किया गया है। जिसमें प्रौढ़ शिक्षा के सभी पक्ष शामिल हैं। इस योजना का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल, बुनियादी शिक्षा और सतत शिक्षा का विकास है। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक आयु के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता प्रदान करना है। बैठक में परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्रीमती रश्मि सिंह, जिले के समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्रोत समन्वयक, सहायक विकासख्ंाड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड नोडल प्रभारी, प्रभारी साक्षरता कार्यक्रम एवं साक्षरता मिशन के कर्मचारी उपस्थित थे।