अर्पित होंगे छप्पन भोग, बदली जाएगी ध्वजा
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नेशन अलर्ट/बालोतरा.
माजीसा माँ, रानी भटियानी सा, बुआसा, मोतियाँवाली माँ के नाम से देश-विदेश में पूजी जाने वाली जसोल की धणियाणी का प्रकाट्य (अवतरण) दिवस 30 अगस्त को मनाया जाएगा. उस दिन माँ के मुख्य धाम जसोल में ध्वजा बदली जाएगी. रानी भटियानीसा को 56 भोग भी अर्पित किए जाएँगे. सभी धार्मिक कार्यक्रमों की तैयारी अँतिम चरण में है.
बालोतरा, राजस्थान का 33वाँ जिला है. बाड़मेर जिले को पृथक कर इसका निर्माण हुआ है. 17 मार्च 2023 को इस जिले के निर्माण की घोषणा हुई थी. अँततः 7 अगस्त 23 को यह स्थापित भी हो गया था.
पहले बाड़मेर और अब इसी बालोतरा जिले का प्रमुख तीर्थस्थल है जसोलधाम. यह जिला मुख्यालय से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर है. यहाँ आने के लिए माजीसा भगत वायु, ट्रेन अथवा सड़क मार्ग का उपयोग करते है.
नज़दीकी शहर जोधपुर में एयरपोर्ट है. दूसरी ओर बालोतरा जिला मुख्यालय रेलरूट पर स्थित है. ट्रेन के अलावा जसोलधाम तक सड़क मार्ग से भी पहुँचा जा सकता है.
कब स्थापित हुआ जसोल..?

जसोल के जानकार, माँ माजीसा के भगत पँडित राजू अवस्थी महराज द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक इसकी स्थापना 12वीं शताब्दी में हुई थी. उस समय महेचा राठौड़ राजपूतों ने यहाँ अपना शासन स्थापित किया था.
यह गाँव पहले मालानी क्षेत्र की राजधानी था. इसी जसोल में रानी भटियाणी जी का मँदिर और समाधि भी है, जो 17 वीं शताब्दी में स्वरूप कँवर भटियाणी के रूप में जन्मी थीं.
उनके मुताबिक बाद में रावल कल्याणमल से विवाह के बाद स्वरूपकँवर जसोल में रानी भटियाणी कहलाईं. जसोल के राठौड़, जो रावल मल्लिनाथ के वंशज हैं, सभी राठौड़ों, महेचा राठौड़ों में सबसे बड़े हैं.
2011 की भारतीय जनगणना के अनुसार , जसोल की कुल जनसँख्या 15,552 थी. इनमें 8,115 पुरुष थे. तब यहाँ 7,437 महिलाएँ थीं.
उस समय 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग की जनसँख्या 2,682 हुआ करती थी. तब जसोल में कुल साक्षरों की सँख्या 8,658 थी, जो 55.7 फीसद थी.
जसोल में उस समय पुरुष साक्षरता 67.5 प्रतिशत हुआ करती थी. तब महिला साक्षरता 42.8 फीसद थी. जसोल की 7+ आयु वर्ग की प्रभावी साक्षरता दर 67.3 फीसदी थी.
इसमें पुरुष साक्षरता दर 82.1 फीसद थी. पुरानी जनगणना के मुताबिक महिला साक्षरता दर 51.3 प्रतिशत थी. अनुसूचित जाति की सँख्या तब 1,974 थी.
उस समय अनुसार अनुसूचित जनजाति की जनसँख्या 981 थी. 2011 में हुई जनगणना अनुसार जसोल में कुलजमा 2 हजार 674 घर थे.

