गणेश उत्सव : कलेक्टर – एसपी फेल होंगे कि पास ?
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राजनांदगाँव.
नांदगाँव का गणेश उत्सव मौसम की मार के बीच पूरी रँगत में है. विर्सजन झाँकी की रात्रि यह अपने शबाब पर होगा. यदि झाँकी शांतिपूर्ण माहौल में निकल गई तो नांदगाँव जीत जाएगा लेकिन यदि वादविवाद की स्थिति निर्मित हुई तो किसकी जिम्मेदारी होगी ? क्या तब प्रशासन जिम्मेदार होगा ? कलेक्टर और एसपी फेल होंगे कि पास यह सवाल मौजूं है.
दरअसल, नांदगाँव का गणेश उत्सव बडा़ आयोजन माना जाता है. इसकी रँगत अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से ही आसपास के प्रदेशों में फैली हुई है.
जब हम मप्र का हिस्सा हुआ करते थे तब इंदौर के बाद नांदगाँव का ही गणेश उत्सव सुर्खियाँ बटोरता था. हालाँकि वह दबदबा अभी भी कायम है लेकिन बीते कुछ सालों में व्यवस्था में खामी भी नज़र आई है.
सचिन अग्रहरि नांदगाँव के गणेश उत्सव को सामाजिक सरोकार का विषय मानते हैं. वे कहते हैं यह कभी असफल नहीं होगा क्यूं कि इससे समितियाँ, गणेश और धर्मप्रेमी जनता, सामान्य नागरिक और प्रशासन एक तरह से जुडे़ हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि सचिन अग्रहरि फिलहाल नांदगाँव के प्रेस क्लब का प्रतिनिधित्व भी करते हैं. वे कहते हैं कि सामाजिक सरोकार के किन्हीं भी विषयों में, किसी भी एक पक्ष को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है.
अपनी बात को स्पष्ट करते हुए वे कहते हैं कि समय पर झाँकी निकले यह समितियों की जिम्मेदारी है. रोड़ पर जाम न लगे यह समितियों के साथ साथ दर्शनार्थियों व प्रशासन की जिम्मेदारी है. इस कारण किसी एक के फेल अथवा पास होने का विषय ही नहीं है.
हालाँकि वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र जैन “जीतू” इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं. वह कहते हैं कि शांति के साथ विर्सजन वाली रात बीते यह प्रशासन की ही जिम्मेदारी है.
कुछेक वर्षों में गणेश उत्सव व विर्सजन झाँकी की रात्रि को हुई असामान्य घटनाओं को जितेंद्र लापरवाही से जोड़ते हुए दुख भी जताते हैं. वह कहते हैं कि दूरदराज के गाँवों- कस्बों से आई जनता शांतिपूर्ण माहौल में विर्सजन झाँकी देखे यह व्यवस्था करना सिर्फ़ और सिर्फ़ प्रशासन के बूते की ही बात है.
पत्रकारिता में वर्षों बीता चुके जितेंद्र ने प्रशासन का अच्छा और बुरा समय दोनों देखा है. यहाँ के कलेक्टर रह चुके प्रवेश शर्मा, एसपी रह चुके रूस्तम सिंह के समय के वह स्वयं साक्षी हैं.
वरिष्ठ पत्रकार जैन कहते हैं कि गुँडागर्दी तब होती है जब प्रशासन कमजोर होता है. यदि विर्सजन झाँकी शांति और सदभाव के माहौल के बीच नहीं निकलती है तो इसे प्रशासन नहीं बल्कि सीधे तौर पर कलेक्टर – एसपी की विफलता ही माना जाएगा.
बहरहाल, नांदगाँव फिलहाल गणेश विर्सजन की तैयारियों में लगा हुआ है. प्रशासन अपनी तरफ से व्यवस्था बनाने का पूरजोर प्रयास तो जरूर कर रहा है लेकिन यदि कोई कमीबेशी रह जाती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ? कलेक्टर और एसपी फेल होंगे कि पास यह आने वाले कुछ दिन तय करेंगे.
(फाईल फोटो : सौजन्य फोटो जर्नलिस्ट मनोज राठोर)