श्रीमद् देवी भागवत सुनने से मिलती है मोक्ष की प्राप्ति : आचार्य पं. युवराज पाण्डेय
राजनांदगांव। राजनांदगांव ब्लॉक के डुमरडीहकाल में कथा के तीसरे दिन हजारों की संख्या में भक्तों ने आचार्य पं. युवराज पाण्डेय के श्रीमुख से कथा का श्रवण किया गया। भागवत कथा के तीसरे दिन की शुरुआत भागवत आरती और देवी जसगीत के साथ किया गया।
आचार्य पं. युवराज पाण्डेय ने अपने कथा में कहा कि भगवान को सृष्टि रचना किये तो उन्हें भी गुरु की जरूरत पड़ी, बिना गुरु के कोई भी कार्य संभव नहीं है। जीवन में हमको गुरू अवश्य बनाना चाहिए। कथा में हयग्रीव अवतार, व्यास तपस्या, शुकदेव जन्म, सर्वेश्वर सदा शिव की स्तुति, मां जगदम्बा की स्तुति जसगीत के माध्यम से किये, जो व्यक्ति श्रीमद् देवी भागवत की कथा सुनते है, उन्हें जन्म और मृत्यु से मुक्ति पा लेते है। कथा के अंतिम में पूजा-अर्चना कर हरि नाम कीर्तन के साथ व देवी की पचरा जसगीत के साथ किया गया, जिसमें कथा में उपस्थित श्रोताओं ने संगीत में जमकर झूमे माता के जयकारे से कथा पंडाल गूंज उठे। आचार्य पं. युवराज पाण्डेय के साथ पंडित कामेश पाण्डेय, पंडित अमित शुक्ला, पंडित तरूण दुबे, पंडित चिरंजीवी, पंडित दिवाकर, पंडित नीरज पाण्डेय सहित 11 पंडित द्वारा प्रतिदिन सुबह 8 से 10 एवं शाम 6 बजे से चंडी महायज्ञ आयोजित किया जा रहा है।
क्षेत्रीय जनपद सदस्य सभापति ओमप्रकाश साहू, डुमरडीहकला सरपंच जजमान दिनेश सिंह ठाकुर-सुनीता ठाकुर ने समस्त धर्मप्रेमियों को चंडी महायज्ञ एवं श्रीमद् देवी भागवत में उपस्थित होने की अपील किये है।
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