लालच बुरी बला, 25 लाख की लगी चपत
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राजनांदगांव.
बडे़ बुजुर्ग कह कर गए हैं कि लालच बुरी बला है. जिसने भी इन बातों का ख्याल नहीं रखा है उसे नुकसान ही उठाना पडा़ है. ताजा उदाहरण माँई की नगरी डोंगरगढ़ के उस सुमीतपाल सिंह का है जिन्हें 25 लाख की चपत कोई लगा गया है.
डोंगरगढ़ के बुधवारीपारा निवासी सुमीत पाल सिंह ने पुलिस से शिकायत करते बताया कि 4 जून 2024 से 15 जुलाई 2024 के मध्य अज्ञात मोबाइल धारक द्वारा पैसे कमाने का लालच देकर शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर कुल 25 लाख 47 हजार 870 रुपए की धोखाधड़ी उसके साथ की है.
पाल ने पुलिस को बताया कि 4 जून को वह जब अपना वाट्सअप चला रहा था तो देखा कि एक वाट्सअप ग्रुप में उसके मोबाइल नंबर को जोड़ा गया है, जिसमें पहले से ही 140 ग्रुप में स्टाक संबंधित बातें और कुछ स्टाक संबंधित जानकारी बताते थे .
इस ग्रुप में एक उमा बेनर्जी नामक सदस्या थी, जो अपने आपको असिस्टेंड हूं करके बताती थी..उनसे वाट्सएप मैसेज द्वारा बातचीत हुई.
सुमीत के अनुसार कुछ शेयरों के बारे में पूछा तो उसने अपनी सलाह दी..फिर 2-3 दिन शेयर संबंधित बातें हुई. उन्होंने एपीके फाईल भेजी, जिसे अपने मोबाईल पर इंस्टाल किया.
इसका रजिस्ट्रेशन करवाया गया. एक वेरिफिकेशन कोड के साथ जो कि उमा बेनर्जी द्वारा प्रदान किया गया था, रजिस्ट्रेशन हुआ था. उसके बाद में शेयरों से संबंधित और भी टिप्स दिया गया.
20 जून 2024 को ऐप से मिले इंडियन ओवरसीज बैंक के खाता से ऑनलाईन मोबाईल बैंकिंग माध्यम से 50 हजार रुपए डाल दिए. लाभ के एक लाख रुपए निकाले, जो कि एक्सिस बैंक के खाते में आए थे.
फिर 27 जून 2024 को एप नहीं चल रहा था. असिस्टेंड को बताया तो उसने एक लिंक टैग किया जो कि गूगल क्रोम से ओपन हुआ और एप अपडेट होकर चलने लगा. फिर एक प्लान बताया कि एक एआई ट्रेडिंग प्लान है, जो आटोमेटिक स्ट्रोक सलेक्ट करता है और ट्रेड लेता है.
इसमें 3 प्लान है. जिसमें प्लान ए में 22-23 प्रतिशत का लाभ, प्लान बी में 13 से 14 प्रतिशत का लाभ और प्लान सी में 7 से 8 प्रतिशत का लाभ होगा. बताया गया कि प्लान ए लेने के लिए 5 लाख, प्लान बी के लिए 2 लाख और प्लान सी के लिए एक लाख रुपए जमा कराने होंगे.
सुमीत द्वारा प्लान ए को चुना गया. फिर इस एप में दिखाए गए बंधन बैंक के खाते में 27 जून 2024 को 4 लाख 50 हजार रुपए डाला दिए. लगभग 4-5 दिन ट्रेडिंग करने के बाद एआई द्वारा कुछ स्ट्रोक सलेक्ट किए गए और बेचा गया.
इसमें मुझे एक लाख 12 हजार रुपए के आसपास लाभ दिखाया गया. फिर 2 जुलाई को ऐप में 2 लाख रुपए का रिचार्ज करवाया जो अपने बैंक खाता से एप में दिखाए गए स्माल फाईनेंस बैंक खाता में जमा किया.
कुछ दिन बाद ऐप के अकाउंट में 20 लाख के आसपास रुपए दिखने लगा .
इसी बीच 2-3 बार ऐप से पैसा निकालने का प्रयास किया तो पैसा नहीं निकल रहा था. कैंसल हो जा रहा था. इस पर असिस्टेंड से पूछने पर उसने बताया कि आप व्यापार ले रहे हैं, इसलिए रिसेंट हो जा रहा है.
फिर मैंने व्यापार नहीं लिया और पैसे निकालने चाहे तो भी रिसेंट हो गया. अगले दिन एप का बैलेंस में शून्य दिखा रहा था. मैंने पूछा तो बताया गया कि आपका आटोमेटिक एईट्रेड ले लिया गया है, जो कि 50 लाख का एआई व्यापार है.
आप बाकी के पैसे जोड़ करो और व्यापार लेके पैसे निकाल लो. उस वक्त एप में 20 लाख 50 हजार के आसपास का बैंलेंस था तो बाकी 29 लाख 50 हजार डालने के लिए बोला गया. मैंने फिर उन्हें बताया कि मेरे पास इतने पैसे नहीं तो मेरे रिचार्ज करने पर मुझे असिस्टेंड द्वारा बताया गया कि यह ट्रेड कैंसिल नहीं हो सकता. आपकी सहायता करती हूं. कुछ ट्रेड दूसरे को बांट दूंगी. आप 5 लाख का रिचार्ज करें और आपका ट्रेड कैंसल करके पैसे निकाल लें.
लेकिन सुमीत लगातार इंकार करते रहा. रिचार्ज नहीं किया. 16 जुलाई से उमा बेनर्जी द्वारा एक अन्य वाट्सएप नंबर से बात की जाने लगी. इसी दौरान 9 जुलाई को वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था. इस ग्रुप में बताया गया कि आपको बस अमेजॉन के प्रोडक्ट को अपने अमेजान एकाउंट में एड टू कार्ड करना है और आपको अमेजॉन का कुछ काम करना है, जिसके लिए आपको पैसे मिलेंगे.
मैंने अपना डिटेल ग्रुप पर भेजा, जिसके बाद एक कोड आया..लिंक को खोला तो दूसरी आईडी खुला..जिसमें कोड को भेजा. फिर टेलीग्राम आईडी से मैसेज आया कि आपको 12 टास्क पूरे करने पर 3 हजार और 24 टास्क पूरे करने पर 4 हजार रुपए मिलेंगे. 3 प्रोडक्ट को अपने आईडी में ऐड टू कार्ड करना है. टास्क पूरे करने पर 150 रुपए मिले.
6वां टास्क करने के लिए एक हजार रुपए रिचार्ज कराए. इसके पूरा होने पर 1400 रुपए मिला. इसके बाद टेलीग्राम आईडी से एक टेलीग्राम आईडी लिंक मिला. आगे की टास्क के लिए बात करने को कहा गया.
पीड़ित ने शिकायत में बताया कि इस तरह किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा पैसे कमाने का लालच देकर शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर कुल 25 लाख 47 हजार 870 रुपए की ठगी की गई. पुलिस ने शिकायत के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.