महादेव सट्टा ऐप से तो नहीं जुडा़ था एसबीआई का मैनेजर ?
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हैदराबाद.
शमशीर गंज क्षेत्र की भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) शाखा के प्रबंधक मदू बाबू गली के सँबँध कहीं छत्तीसगढ़ के महादेव सट्टा ऐप से तो नहीं जुडे़ रहे हैं इसकी जाँच हो रही है. दरअसल, जिम ट्रेनर संदीप शर्मा के साथ मिलकर प्रबंधक ने जिस तरह से यह घोटाला किया है उससे ऐसी आशँका होने लगी है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की एक ब्रांच के मैनेजर और उसके सहयोगी को 175 करोड़ रुपए के बड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया है.
ब्रांच मैनेजर मदू बाबू गली और एक जिम ट्रेनर उपाध्याय संदीप शर्मा की इस स्कैम में गिरफ्तारी हुई है. इस गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया है.
कैसे हुआ शक, क्या है दुबई कनेक्शन . . ?
साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो के अधिकारियों ने इस मामले की पुष्टि की है. आरोप है कि ब्रांच मैनेजर और उसके सहयोगी धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के साथ मिलकर वर्तमान खातों की ओपनिंग में मदद कर रहे थे.
इसके अलावा वे फंड्स की निकासी में मदद कर रहे थे और पैसे के लेन-देन को मुनाफा के लिए अंजाम दे रहे थे. साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो के अधिकारी ने बताया कि इन कार्यों के बदले में उन्हें कमीशन मिल रहा था.
साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो के डेटा एनालिसिस टीम ने शमशीर गंज ब्रांच में छह खातों के खिलाफ दर्ज की गई कई शिकायतों पर ध्यान केंद्रित किया. मार्च और अप्रैल 2024 के बीच इन खातों में बड़ी मात्रा में लेन-देन हुआ था.
जांच के दौरान यह सामने आया कि ये खाते बड़े पैमाने पर साइबर धोखाधड़ी में संलिप्त थे. लगभग 600 शिकायतें इन खातों से जुड़ी हुई थीं.
मुख्य धोखाधड़ी करने वाला इस ऑपरेशन को दुबई से ऑपरेट कर रहा था. उसके पांच सहयोगियों ने गरीब लोगों को बैंक खातें खोलने के लिए लुभाया.
उन्हें साइबर अपराध और हवाला ऑपरेशनों के लिए इस्तेमाल किया. 24 अगस्त को साइबर सुरक्षा ब्यूरो ने मोहम्मद शोएब तौकीर और महमूद बिन अहमद बवाजीर को भी गिरफ्तार किया.
शोएब ने बैंक खातों को खोलने और दस्तावेज तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई..खातों के खोलने के बाद खाताधारकों के हस्ताक्षर चेक पर लिए गए, जिन्हें एक सहयोगी के पास रखा गया. कुछ पैसे क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से दुबई भेजे गए.
अधिकारियों ने बताया कि शोएब और अन्य ने गरीब लोगों को फरवरी 2024 में शमशीर गंज ब्रांच में छह चालू खाते खोलने के लिए मनाया. मार्च और अप्रैल में इन खातों में 175 करोड़ रुपए से अधिक के लेनदेन हुए. यह मामला सामने आने के बाद जनता को चेतावनी दी गई है कि वे किसी और के लिए बैंक खाता न खोलें.