यात्री ट्रेनों का रद्द किया जाना रेल यात्रियों के ऊपर अत्याचार है : भागवत
राजनांदगांव। रेलवे मेंटेनेस के नाम पर छत्तीसगढ़ प्रदेश से गुजरने वाली 72 से अधिक यात्री ट्रेन को रद्द करने से यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है, वहीं इन्हीं रेलवे ट्रेकों पर 50 गुना से अधिक क्षमता की मालवाहक ट्रेनों को चलाया जा रहा है। जिसको लेकर शहर जिला कांग्रेस व ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में 3 अगस्त को रेल मंत्री के नाम स्थानीय स्टेशन प्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द यात्री ट्रेने चलाने की मांग की।
शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अमित चंद्रवंशी ने विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा पिछले चार सालों से यात्री ट्रेनों का परिचालन अचानक रद्द करने का सिलसिला चला रहा है। वर्तमान में भी 72 से अधिक ट्रेनों को राजनांदगांव से कलमना रेलखंड के बीच तीसरी लाईन जोड़ने के नाम पर रद्द कर दिया गया है। 4 से 19 अगस्त 2024 के बीच 72 ट्रेनें प्रभावित रहेगी फरमान जारी किया। रेलवे का यह कदम बेहद ही गैर जिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसको लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशानुसार शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा व जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू के निर्देशन पर शनिवार 3 अगस्त को केन्द्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के नाम स्थानीय स्टेशन मास्टर श्री बर्मन को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द 72 ट्रेनों का परिचालन सुचारू रूप से चलाने की मांग की है।
जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली यात्री ट्रेनों को पिछले चार सालों से अचानक रद्द करने का सिलसिला रहा है। ऐसे समय में जब देश का प्रमुख त्यौहार रक्षाबंधन, छत्तीसगढ़ का प्रमुख त्यौहार हरेली है। इस समय इतनी बड़ी संख्या में यात्री ट्रेनों का रद्द किया जाना रेल यात्रियों के उपर अत्याचार है। रेलवे को यदि मेंटेनेंस करना था तो इसके लिये काम की समय-सारिणी का ऐसा प्रबंध किया जाना चाहिये, जिससे यात्री सुविधायें बाधित न हो। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि केन्द्र सरकार यात्री ट्रेनों को नियमित चालन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही यात्री सुविधाओं विकलांग, बुजुर्ग, रिटायर्ड सैनिकों, छात्रों, बच्चों को पूर्व में मिलने वाली रियायतें बहाल की जाए तथा रेलवे के निजीकरण के षड्यंत्र पर तत्काल विराम लगे।
महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि पिछले चार वर्षों से देश की रेल सुविधाएं पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। यात्री ट्रेनों की बिना कारण बतायें रद्द कर दिए जाने का फरमान जारी कर दिया जाता है। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली सैकड़ों यात्री ट्रेनों को अनेकों बार महीनों तक के लिए रद्द किया गया है। महीनों पहले यात्रा की योजना बना कर रिजर्वेशन करवाने वाले यात्री रेलवे की मनमानी से परेशान होते है। त्यौहारों, छुट्टियों, शादी-ब्याह के लिए सीजनों में रेलवे बिना बताए, बिना कारण के यात्री ट्रेनों को रद्द कर देती है। रेलवे द्वारा ट्रेनों को रद्द किये जाने का कारण मेंटेनेंस बताया जाता है, जबकि उन्हीं ट्रेकों पर यात्री ट्रेनों से 50 गुना अधिक क्षमता की मालवाहक ट्रेनों को चलाया जाता है। छत्तीसगढ़ से निकलने वाले कोयले का परिवहन कर दूसरे प्रदेश को भेजने के लिए भी छत्तीसगढ़ की यात्री सुविधाओं को बाधित किया गया।
श्रीकिशन खंडेलवाल ने कहा कि रेलवे द्वारा जिस प्रकार से यात्री ट्रेनों के संचालन में लगातार कोताही बरती जा रही है, उससे स्पष्ट हो रहा है कि रेलवे यात्री सुविधाओं की अपेक्षा मालवाहक गाड़ियों को ज्यादा प्राथमिकता दे रही है। यह जान-बुझकर किया जाने वाला षड्यंत्र है, ताकि जनमानस में रेल अलोकप्रिय हो और मोदी सरकार रेलवे को निजी हाथों विशेषकर अडानी समूह को सौंप सके। रेल देश के नागरिकों की सबसे सुलभ और लोकप्रिय सुविधा है। आजादी के पहले और बाद में भी सभी सरकारों ने घाटा उठाकर भी जनहित में रेलवे का संचालन अनवरत जारी रखा। रेलवे को बेचने का कोई भी प्रयास देश की जनता के साथ धोखा है, कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है।
इस दौरान प्रमुख रूप से रमेश डाकलिया, मेहुल मारू, पदम सिंह कोठारी, रमेश खंडेलवाल, शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष श्रीमती शारदा तिवारी, विकास त्रिपाठी, मोहम्मद यहया, मोती साहू, झम्मन देवांगन, नरेश शर्मा, नासिर जिंदरान, दक्षिण ब्लॉक अध्यक्ष सूर्यकांत जैन, सिद्धार्थ डोंगरे, अजय मारकंडे, युवक कांग्रेस अध्यक्ष गुरभेज माखिजा, मनीष गौतम, बबलू कसार, प्रतिमा बंजारे, विशु अजमानी, सुरेन्द्र देवांगन, शैलेष ठावरे, तुलदास साहू, खिलेश बंजारे, प्रभात गुप्ता, जितेन्द्र शर्मा, नारायण सोनी, मामराज अग्रवाल, गिरीश साहू, बंटी यादव, रमाकांत साहू सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।
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