राजनांदगांव की पूर्व कलेक्टर क्यूं पहुंची थाने !
नेशन अलर्ट/राजनांदगांव.
एक रिटायर्ड आईएएस की मौत के बाद दूसरी आईएएस रिटायर्ड आईएएस अफसर को मदद के लिए पुलिस के दरवाजे खटखटाने पड़ रहे हैं। मामला दरअसल संपत्ति से जुड़ा हुआ है जिसे लेकर कोलार पुलिस थाने (भोपाल) में रपट दर्ज कराई गई है।
मामला भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुई अधिकारी सलीना सिंह से जुड़ा हुआ है। उनके पति एमके सिंह की संपत्ति को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हुई है। इस मामले में उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर ममता पाठक के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कराया है।
14 मार्च को चल बसे थे सिंह
अधिकारिक जानकारी बताती है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे एमके सिंह की बीते 14 मार्च को मौत हो गई थी। सलीना सिंह उन्हीं एमके सिंह की पत्नी हैं। हालांकि दोनों के रिश्तों में इतनी उठापठक रही थी कि दोनों साथ नहीं रहते थे। मौत के बाद अब उनकी पत्नी सलीना सिंह ने मदद के लिए पुलिस का सहारा लिया है।
सलीना सिंह एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (एसीएस) के पद से रिटायर हुई थी। पुलिस में सौंपी शिकायत में उन्होंने बताया है कि उनके पति एमके सिंह का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता था। वह मानसिक रूप से भी अक्षम हो गए थे। डिप्रेशन में रहते थे।
सलीना सिंह द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक उनके पति एमके सिंह शराब पीने के आदि थे। शराब सेवन से ही उन्हें लीवर सिरोसिस सहित बीपी, शुगर जैसी कई बीमारियां हो गई थी। बाद में लीवर ट्रांसप्लांट भी कराया गया था। वह कैंसर से भी ग्रसित बताए गए हैं।
शिकायत में सलीना सिंह ने उल्लेख किया है कि उनके पति की इसी तरह की परिस्थिति का फायदा ममता पाठक ने उठाया है। उनके मुताबिक ममता पाठक उनके पति के डेढ़ करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी पर एक तरह से कब्जा करना चाहती है। उनका दावा है कि कूटरचित दस्तावेज तैयार करके ममता पाठक संपत्ति का वारा न्यारा कर रही हैं।
अपने खाते में ट्रांसफर करा ली एफडी
सलीना सिंह द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक उनके पति की एफडी का 54 लाख 70 हजार रूपए का ममता पाठक ने कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत करके अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए हैं। 50 लाख की एक अन्य एफडी और करोड़ों की संपत्ति हड़पने का आरोप सलीना ने ममता पर लगाते हुए पुलिस में रपट कराई है। कोलार पुलिस ने मामले की जांच कर अब ममता पाठक के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
सलीना सिंह पूर्व में राजनांदगांव कलेक्टर रह चुकी हैं. वह समय अविभाजित मध्यप्रदेश का था. जब वह कलेक्टर राजनांदगांव हुआ करती थीं तब राजनांदगांव के सांसद शिवेंद्र बहादुर सिंह हुआ करते थे. सांसद और कलेक्टर के संबंध इतने बिगड़े थे कि कलेक्टर का तबादला कराते हुए सांसद रहे स्व. शिवेंद्र बहादुर सिंह ने राहत ली थी. उस समय भारी बारिश के चलते शिवनाथ में आई बाढ़ का असर उसके किनारे बसे गांवों में दिखाई दिया था. कलेक्टर रहीं सलीना सिंह ने बाढ़ राहत में जो कार्य किए थे उसे शिवेंद्र बहादुर सिंह घोटाला बताते थे.