मिश्री को माफी क्यूं ?
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राजनांदगांव.
कोरोना से जूझते शहर में इक सवाल तैर रहा है कि महामारी अधिनियम का पालन कराने और करने में कहां चूक हो रही है. सनसिटी निवासी गोलछा परिवार के महामारी की चपेट में आने के बाद से जनता पूछ रही है कि मिश्री को माफी क्यूं ?
उल्लेखनीय है कि संस्कारधानी की तासीर और तबियत इन दिनों ठीक नहीं चल रही है. यहां आए दिन कोरोना जैसी गंभीर बीमारी के मरीज थोक के भाव में निकल कर बाहर आ रहे हैं.
ऐसा ही कुछ शहर की शान मानी जाने वाली कालोनी सनसिटी के साथ हुआ जहां पर एक ही परिवार ( गोलछा परिवार ) से आधा दर्जन से अधिक पीडित निकले थे. तब से शहर में कहासुनी हो रही है.
क्या गोलछा परिवार दोषी है ?
इस विषय पर महामारी अधिनियम का हवाला दिया जा रहा है. सनसिटी निवासी एक व्यक्ति ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि गोलछा परिवार के लोग शहर में आते जाते रहे हैं.
कहा तो यह तक जाता है कि अभी हाल ही में स्वतंत्रता दिवस समारोह में गोलछा की उपस्थित रही थी. इतना सब होने के बावजूद क्यूं कर इन पर महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई नहीं की गई?
फैंसी स्टोर वाला दोषी तो गोलछा क्यों नहीं ?
जानकार बताते हैं कि इसी तरह के एक मामले में पहले गुडाखू लाईन स्थित एक फैंसी स्टोर के संचालक पर जब कार्रवाई की गई तो गोलछा पर क्यूं नहीं ? या तो तब गलती हुई या फिर अब गलती हो रही है.
बहरहाल, यह मसला शहर को परेशान करने वाला है. इधर गोलछा परिवार की ओर से सोशल मीडिया में अपनी तरफ से सफाई भी दी गई है ऐसा बताया जा रहा है.
ज्ञात हो कि लगातार शहर में चारों दिशाओं से कोरोना के नए मरीज मिल रहे है. जिस तरह से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. अस्पताल में जगह मिल पाना भी मुश्किल हो रहा है.
दरअसल, राजनांदगांव कोरोना का नया हाट स्पाट बनता जा रहा है. शहर की सबसे बड़ी कालोनी सन सिटी में ही एक परिवार के 10 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं तो शहर की स्थिति का सहज अंदाज लगाया जा सकता है.
कोरोना मरीजों की बढ़ रही तादात को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सोमनी में 60 बेड का कोविड अस्पताल तैयार कर दिया है.
सीएमएचओ डाक्टर मिथलेश चौधरी ने अस्पताल का निरीक्षण कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया है. जिले में जिस तेजी के साथ मरीज बढ़ रहे है, उसको देखते हुए अब स्वास्थ्य महकमा बेड बढ़ाने की तैयारी कर रहा है.