हनीट्रैप : लोकस्वामी के मालिक अंततः गिरफ्तार
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इंदौर.
मध्यप्रदेश सहित देश को हिला देने वाले हनीट्रैप कांड की खबरों का सनसनीखेज प्रकाशन करने वाले अखबार के मालिक को अंततः गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तारी गुजरात से हुई है लेकिन कई सवाल निरुत्तर हैं.
मामला दो सरकारों के साथ ही दो राज्यों से भी जुड़ गया है. मध्यप्रदेश की तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने हनीट्रैप की आड़ में बलात्कार, गैंगरेप, मानव तस्करी और जबरन वसूली सहित 56 मामले दर्ज किए थे.
इंदौर से प्रकाशित होने वाले एक अखबार सांझा लोकस्वामी अखबार के मालिक जीतू सोनी को आरोपी बनाया गया था.
तब से ही फरार बताए जा रहे जीतू की तलाश में इंदौर पुलिस की क्राइम ब्रांच लगी थी. उसने गुजरात से जीतू को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है.
भाई की हो चुकी थी गिरफ्तारी
सांझा लोकस्वामी अखबार के मालिक जीतू सोनी के भाई महेंद्र सोनी को पुलिस ने गुजरात के अमरेली से गिरफ्तार किया था.
महेंद्र सोनी पर पूर्ववर्ती मध्य प्रदेश सरकार ने 10,000 का ईनाम रखा था. महेंद्र सोनी को भी जीतू सोनी के साथ कई मामलों में सह आरोपी बनाया गया था.
जीतू सोनी पर तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने कई कार्रवाई की थी. राज्य में कमलनाथ सरकार ने शिवराज सिंह चौहान और उनके टॉप सलाहकारों और बीजेपी नेताओं की लड़कियों से कथित बातचीत को अखबार में छापने के बाद जीतू सोनी के खिलाफ एक्शन लिया था.
जीतू सोनी ने साथ बातचीत का ऑडियो अपने अखबार के यूट्यूब चैनल पर भी जारी कर दिया था. मध्य प्रदेश पुलिस ने उस पर एक लाख साठ हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.
पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय यानी 31 नवंबर 2019 को पुलिस ने पहली बार उसके होटल माय होम सहित अन्य ठिकानों पर छापा मारा था. तब जीतू सोनी फरार हो गया था. तब से पुलिस उसके तलाश में जुटी हुई थी.
अब जबकि उसे बंदी बना लिया गया है तो एक सवाल यह उठ रहा है कि वह गुजरात भाग कर क्यूं गया था ? उल्लेखनीय है कि गुजरात में जिस पार्टी की सरकार है उसी पार्टी के नेताओं, सलाहकारों आदि से जुडे़ हनीट्रैप मामले को उजागर करने में जीतू आरोपी है.