डॉ. पुनीत गुप्ता प्रकरण : क्या गुमराह कर रहे अधिकारी ?
रायपुर।
डॉ. पुनीत गुप्ता को मिली अग्रिम जमानत के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनावई करेगी. इससे पहले बिलासपुर हाईकोर्ट की सिंगल बेंच और डबल बेंच ने डॉ. गुप्ता को डीकेएस अस्पताल में 50 करोड़ की खरीदी में वित्तीय अनियमितता के संबंध में दर्ज मामले को लेकर अग्रिम जमानत दी थी. इस फैसले के खिलाफ ही सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.
डॉ. गुप्ता पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद हैं. उनके खिलाफ रायपुर के गोलबाजार थाने में दाऊ कल्याण सिंह सुपरस्पेशिलिटी अस्पताल में अधीक्षक के कार्यकाल के दौरान घोटाले का आरोप दर्ज है.
इसी मसले में काफी मशक्कत के बाद डॉ. गुप्ता हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हासिल कर पाए हैं.
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करने के विषय को लेकर बहुत सी शंकाए हैं.
सबसे जरुरी और पहली ये कि क्या इस मामले को लेकर अधिकारी गुमराह कर रहे हैं? कानूनी जानकार कहते हैं कि हाईकोर्ट की सिंगल बेंच और उसके बाद डबल बेंच से जमानत हासिल करने के बाद बेहद कम संभावनाएं हैं कि सुप्रीम कोर्ट इसके उलट जाकर फैसला दे.
सरकारी पक्ष जब हाईकोर्ट में ही दो मर्तबा ( सिंगल व डबल बेंच ) अपना पक्ष मजबूत नहीं बना सका तो कितनी उम्मीद की जाए कि सुप्रीम कोर्ट में मामला पलट जाएगा. बहरहाल… इन संभावनाओं के बीच प्रदेश के इस हाईप्रोफाइल मामले में शुक्रवार को फिर राजनीतिक गहमागहमी देखने को मिलेगी.