75 हजार मिलने के बाद खत्म हुआ चक्काजाम
झारखंड की कॉलरी में लोडिंग के कार्य करने वाले संतोष विश्वकर्मा को आज उसके छुट्टी महंगी पड़ गई. दरअसल वह छुट्टियां बिताने आया हुआ था. छुट्टियां खत्म कर लौटते समय चांपा-बिर्रा मार्ग पर स्थित केशरवानी हार्डवेयर के पास इसे हाइवा ने ठोक दिया. गुस्साए ग्रामीणों ने शव को लेकर चक्काजाम कर दिया. उनकी मांग आर्थिक मुआवजे की थी. थाना प्रभारी रामकुमार तोड़े बताते हैं कि डबरा एसडीओपी साधना सिंह, बम्हनीडीह की नायाब तहसीलदार गरिमा मनहर मौके पर पहुंचे थे. इनके समक्ष ग्रामीणों सहित मृतक के भाई सुदर्शन विश्वकर्मा ने अपनी मांग रखी. इस पर पीआईएल ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर प्रमोद सिंह भगत ने 75 हजार रूपए दिए. तब जाकर चक्काजाम खत्म हुआ. पुलिस ने रानीगांव (सारागांव) निवासी राधेश्याम सूर्यवंशी को गिरफ्तार कर लिया है. उसने हाइवा को अनियंत्रित तरीके से चलाकर ठोकर मारी थी.