पुनीत के यहां मिले दो डिजिटल सेफ
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रायपुर.
अंतागढ़ टेपकांड सहित डीकेएस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के कथित घोटाले में फंसे डॉ. पुनीत गुप्ता के यहां दो डिजिटल सेफ पाए गए हैं. सेफ के लॉक को अब तक पुलिस खोल नहीं पाई है.
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने गत दिनों ही डॉ. पुनीत गुप्ता की तलाश में उनके अस्पताल सहित निवास व उनके पिता डॉ. जीबी गुप्ता के यहां दबिश दी थी. हालांकि पुनीत तो नहीं मिले लेकिन पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण फाइलें बरामद करने में सफलता अर्जित हुई है.
सेक्यूरिटी गैजेट लगा हुआ था
पुनीता का भरोसा तकनीक पर कुछ ज्यादा ही आश्रित रहा है. डीकेएस अस्पताल के अधीक्षक रहे डॉ. गुप्ता की सुरक्षा के लिए उनके केबिन के बाहर दो सुरक्षा गार्ड हर वक्त तैनात रहते थे.
केबिन के दरवाजे पर एक सेक्यूरिटी गैजेट लगा हुआ था. कोड इंटर करने पर ही यह गैजेट खुलता था. इस कोड की जानकारी या तो गुप्ता को थी या फिर उनके उस ऑफिस ब्वाय को जो कि हर समय तैनात रहता था.
गेट पर कैमरे भी लगे हुए थे. डॉ. गुप्ता अपने केबिन पर बैठकर इन्ही कैमरों की मदद से हर आने जाने वाले व्यक्तियों की जानकारी रखते थे. डॉ. गुप्ता की इजाजत के बिना कोई उनसे मिलने का प्रयास भी नहीं कर पाता था.
सुरक्षा व्यवस्था मेन गेट में ही इतनी तगड़ी रहा करती थी कि सेक्यूरिटी गार्ड प्रत्येक आने वाले व्यक्ति से उसके आईडी कार्ड मांगते थे. सेक्यूरिटी गार्ड से होते हुए यह खबर वायरलेस सेट के जरिए डॉ. गुप्ता तक पहुंचाई जाती थी.
डॉ. गुप्ता यदि ओके करते थे तो ही डीकेएस पहुंचने वाले व्यक्ति को अंदर प्रवेश करने की अनुमति मिल पाती थी. इन्ही सब गैजेट को हटाने का प्रयास अब किया जा रहा है.
हालांकि पुलिस के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि डॉ. गुप्ता के निवास में मिले दो डिजिटल सेफ का उसने आखिर किया क्या? दरअसल पुलिस अब तक इन लॉकर को खोल भी नहीं पाई है. यदि लॉकर खुले तो उसमें बहुत सी गंभीर जानकारी निकल सकती है.