सोचा; मोदीजी ने भेजे हैं साढे़ तीन लाख, खर्च कर दिए और अब . . .
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भोपाल.
जन धन खाते में अचानक साढ़े तीन लाख रूपए आते हैं. खाताधारक महिला इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजे गए रूपए सोचते हुए खर्च कर देती है और अब उसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मामला शिवपुरी जिले का है. सिरसौद गांव में रहने वाले अनिल नागर का खाता महिला के बैंक अकाउंट से लिंक हो गया. बगैर किसी जानकारी के महिला जब कियोस्क सेंटर पर थंब इंप्र्रेशन मशीन से पैसे निकालने गई तो उसे साढ़े तीन लाख रूपए खाते में जमा नजर आए.
बाइक और जेवर खरीद लिए थे
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले 15 लाख रूपए की बात कही थी. महिला ने उन्ही 15 लाख में से जन धन खाते में रूपए आने की सोच कर 3.10 लाख रूपए निकाल लिए.
महिला ने अपने पति को बाइक दिला दी और खुद जेवर खरीद लिए. महिला ने ये भी सोचा कि मोदी जी द्वारा जो 15 लाख रूपए देने की बात की गई थी उसकी पहली किश्त आ गई है. धीरे धीरे बाकी रूपए भी आ जाएंगे.
ग्राम सिरसोना निवासी ममता कोली का कहना है कि अब बैंक मैनेजर पुलिस अधिकारी को लेकर उसके घर आ रहे हैं. उसने जबरदस्ती घर से 85 हजार रूपए उठा ले जाने की बात भी कही है.
इधर सिरसौद निवासी अनिल पिता मथुरा प्रसाद बताते हैं कि साढ़े तीन लाख रूपए में उन्होंने ट्रेक्टर बेचा था. वही रकम मध्यांचल ग्रामीण बैंक के खाते में जमा करा दी गई थी.
अपने छोटे भाई नरेंद्र नागर को 27 फरवरी को उन्होंने चेक लेकर बैंक भेजा था. वहां से छोटे भाई ने फोन कर के बताया कि खाते में पैसे नहीं है. इस पर वह पासबुक लेकर पहुंचे और खाते में एंट्री कराकर जांच कराई.
जांच में पता चला कि 3.10 लाख रूपए निकाल लिए गए हैं. साथ ही साथ खाते को गलत आधार नंबर से लिंक करना पाया गया. ये सारी गलती बैंक प्रबंधक की है. 5 मई को अपनी सुपुत्री की शादी करने वाले अनिल अब मामले को लेकर परेशान हैं.
सिरसौद के मध्यांचल ग्रामीण बैंक के प्रबंधक अजय दंडोतिया कहते हैं कि आधार नंबर गलत लिंक हो गया था. पुलिस को लेकर हम सिरसोना गांव गए थे. वहां महिला ने 85 हजार रूपए लौटा दिए हैं जिसे अनिल के खाते में जमा करा दिया गया है. यदि बाकी की रकम नहीं लौटाई जाती है तो पुलिस कार्यवाही करेंगे.