घेर कर किया हमला, 10 नक्सलियों की लाशें बरामद

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नेशन अलर्ट, 97706-56789.
रायपुर/जगदलपुर.

सुरक्षबलों की संयुक्त कार्रवाई को बड़ी सफलता मिली है. इंटेलिजेंस की रिपोर्ट थी कि नक्सली जंगल में ट्रेनिंग कैंप के लिए इकठ्ठा हुए. संयुक्त बल ने इस पर कार्रवाई करते हुए 10 नक्सलियों को मार गिराया है. पुलिस अफसरों की मानें तो यह संख्या बढ़ भी सकती है.

बीजापुर जिले के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के माड़ के जंगल में संयुक्त बल ने सेंध लगा दी. यहां मौजूद नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में पुलिस बल हावी रहा. नतीजतन 10 नक्सली ढेर हुए.

इनके पास से बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है. पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि डीआरजी, एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. उनके कब्जे से 11 हथियार बरामद किए गए हैं. सभी लाशें बरामद हो चुकी हैं.

बस्तर आईजी की मानें तो माओवादियों के पास से जिस मात्रा में आईईडी विस्फोटक मिले हैं उससे 100 ब्लास्ट किए जा सकते हैं. हालांकि बस्तर आईजी ने जवानों के सुरक्षित स्थान पर लौटने के बाद ही पूरी जानकारी देने की बात कही है.

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर मौजूद परिस्थितिजन्य साक्ष्य, खून के धब्बे एवं घसीटे जाने के निशान से यह साबित होता है कि कम से कम 5-6 नक्सली और मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं.

उन्होंने बताया कि घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान 11 बंदूकें, आईईडी के जखीरे के साथ बैनर, पोस्टर, दवाईयां, गोला-बारूद, डेटोनेटर, बिजली के तार, बैटरी, दैनिक उपयोग की सामग्रियां तथा नक्सली साहित्य बरामद किया गया है.

पहले से थी खबर

नक्सलियों पर हुई यह कार्रवाई आनन-फानन में हुई मुठभेड़ नहीं है. दरअसल इंटेलिजेंस से पुलिस को पहले ही इनपुट मिली था कि जंगल में नक्सली ट्रेनिंग कैंप में जुटे हैं

बस्तर आईजी विवेकानन्द सिन्हा की मानें तो इंद्रावती नदी के उस पार अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों द्वारा एक ट्रेनिंग कैम्प चलाये जाने की सूचना पर जवान ऑपरेशन पर निकले थे. यह इलाका काफी संवेदनशील है और इन इलाकों तक पहुंचना बड़ी चुनौती जैसा है.

आंकड़े लेकर सामने आए डीजीपी

दूसरी ओर, बीजापुर के जंगल में हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने पत्रकारवार्ता की. यहां उन्होंने पिछले तीन सालों में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के आंकड़े सामने रखे.

डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पिछले तीन साल में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के बेहतर आंकड़े हैं. उन्होंने बताया कि पिछले तीन साल 2016, 2017 और 2018 में क्रमश 211,198 और 166 मुठभेड़ हुई है. उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धी बताया है.

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