वृषभ राशि के जातकों के लिए 2019 का वार्षिक राशिफल
वृषभ राशि वालों के लिये वार्षिक राशिफल 2019 संकेत कर रहा है कि आपके लिये यह वर्ष चुनौतियों भरा रहने वाले है। आपको अपने आपको इस वर्ष साबित करना होगा। दरअसल वर्ष का आरंभ कन्या लग्न व तुला राशि में हो रहा है। आपकी राशि के स्वामी शुक्र जो कि वर्ष राशि स्वामी भी हैं, आपकी राशि से छठे स्थान में विराजमान हैं। छठे घर में चंद्रमा व शुक्र की युति भी है। कुल मिलाकर ग्रहों का यह योग संकेत कर रहा है कि प्रतिद्वंदी आपके लिये इस वर्ष चुनौतियां पेश करने वाले हैं। विशेषकर व्यवसायी जातकों के लिये मार्किट में प्रतियोगिता वाला माहौल रहेगा। आपके लिये सलाह है कि अपनी इच्छाशक्ति दृढ़ रखें व हर परिस्थिति के लिये अपने आपको मानसिक तौर पर तैयार रखें ताकि समय आने पर आप पूरे मनोबल के साथ हालातों का मुकाबला कर सकें। कार्यस्थल पर किसी के प्रति आपका आकर्षण बढ़ सकता है जिससे आपके कामकाज में बाधाएं भी खड़ी हो सकती हैं। इससे बचें तो बेहतर है।
वर्ष का शुरुआती समय आपके लिये अच्छा कहा जा सकता है। फरवरी माह के पहले सप्ताहांत पर मंगल आपकी राशि से 12वें स्थान में प्रवेश करेंगें जो कि संकेत कर रहे हैं कि यदि थोड़ा विवेकपूर्ण तरीके से धन निवेश करेंगें तो यह आपके लिये धन लाभ का कारक हो सकता है। पर्सनल लाइफ में भी मंगल सौहार्द के संकेत कर रहा है। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। पैतृक संपत्ति से भी आपको लाभ मिल सकता है। रोमांटिक लाइफ भी काफी अच्छी रह सकती है।
वर्ष की पहली तीसरे माह यानि मार्च में बहुत बड़ी ज्योतिषीय घटना हो रही है। इस समय राहू अपनी राशि बदल रहे हैं जो कि कर्क राशि से को त्याग कर मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं जो कि आपकी राशि से धन का स्थान बनता है। इसके संकेत हैं कि आपकी बचत राशि भी इस समय खर्च हो सकती है। जाहिर सी बात है आपके खर्चों में यह समय वृद्धि के संकेत कर रहा है। शत्रु भी आपके रास्ते में बाधाएं खड़ी कर सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यात्रा के योग भी आपके लिये बन रहे हैं लेकिन यात्रा में आपको अपनी कीमती या आवश्यक वस्तुओं को संभालकर रखने की सलाह दी जाती है। गुम या चोरी हो जाने के योग भी राहू बना रहे हैं।
इसके पश्चात मार्च माह के उतर्राध के दिनों में मंगल आपकी ही राशि में प्रवेश करेंगें। इस समय आपको अपनी सेहत संबंधी परेशानियों से राहत मिल सकती है। फाइनेंशियल कंडीशन में भी मंगल आपके लिये सुधार होने के योग बना रहे हैं। रोमांटिक लाइफ भी आनंदमयी रहने के आसार हैं। बढ़ता वज़न आपके लिये परेशानी का सबब बन सकता है।
मार्च के अंतिम दिनों में 30 मार्च को गुरु का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव में होगा इस समय आपको किसी कानूनी पचड़े में भी पड़ना पड़ सकता है। अपने कामकाज पर नज़र रखें। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं। प्रोफेशनल लाइफ में भी इस समय आपके जहन में अनेक विचार उत्पन्न होंगे जिनमें सामंजस्य कर पाना आपके लिये मुश्किल भरा रह सकता है। निर्णय लेने में असहज रह सकते हैं। कोई वचन इस समय अपने मुख से न निकालें जिसके लिये आपको बाद में पछताना पड़े। जल्द ही गुरु अष्टम भाव में वक्री हो रहे हैं। जो कि संकेत कर रहे हैं कि किसी बात को लेकर आप स्वयं को जिम्मेदार मान सकते हैं जिससे आपके अंदर एक गिल्ट, एक पश्चाताप रह सकता है। हो सकता है इस समय आप अपनी नॉलेज, अपने ज्ञान, अपनी जानकारियों का भी लाभ न उठा पायें। उदर संबंधी समस्याओं से भी दो चार होना पड़ सकता है। स्वास्थ्य पर आपके खर्च में बढ़ोतरी भी हो सकती है। इस समय किसी परियोजना में धन निवेश करने से बचें। 22 अप्रैल को वक्र गुरु आपकी राशि से पुन: सप्तम भाव में आ जायेंगें। घरेलू माहौल थोड़ा अशांति वाला रह सकता है।
अप्रैल के अंतिम दिनों में अष्टम भाव में शनि वक्री हो हो रहे हैं। इस समय आपको यात्रा के दौरान सावधानी रखने की आवश्यकता रहेगी विशेषकर लंबी यात्रा में स्वयं वाहन चला रहे हैं तो सचेत रहें। कार्यस्थल पर भी आपको पूरी एकाग्रता से काम करने की आवश्यकता रहेगी। इस समय कामकाज में लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है। नौकरी को लेकर आप में असुरक्षा की भावना बढ़ सकती है। इस समय किसी नई परियोजना में धन निवेश करना आपके लिये घाटे का सौदा हो सकता है सचेत रहें। रोमांटिक लाइफ में भी पार्टनर के साथ रिश्ते तनावपूर्ण रह सकते हैं। संतान के प्रति आपकी चिंताएं बढ़ सकती हैं।
मई माह के प्रथम सप्ताहांत पर आपकी राशि से धन भाव में मंगल के आने से आपको भाग्य का साथ मिलने लगेगा। किसी धार्मिक क्षेत्र की यात्रा का कार्यक्रम भी इस समय बना सकते हैं। संतान प्राप्ति के लिये प्रयासरत जातकों के लिये भी समय अनुकूल रहने के आसार हैं। नाम व प्रसिद्धि भी आपको मिलने के आसार हैं। कुल मिलाकर वर्ष के पूर्वाध के यह अंतिम माह आपके लिये सुखद समय के संकेत कर रहे हैं। फाइनेंशियल कंडीशन भी आपकी बेहतर हो सकती है। जून माह के अंतिम सप्ताह में मंगल पराक्रम में आ रहे हैं। इस समय आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। नौकरीशुदा जातकों के लिये कार्योन्नति का समय है। नई जिम्मेदारियों के साथ काम का दबाव अधिक रह सकता है। बिल्डर एवं प्रोपर्टी के कारोबार से जुड़े जातकों के लिये लाभकारी समय कहा जा सकता है। इस समय आपको सिर्फ अपनी वाणी पर ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी। कोई ऐसा वचन अपने मुख से न निकालें जिससे सामने वाले की भावनाएं आहत हों।
वर्ष के उतर्राध में 9 अगस्त को मंगल आपकी राशि से सुख भाव में गोचर करेंगें। माता के स्वास्थ्य के लिये शुभ समय रहने की उम्मीद की जा सकती है। प्रोपर्टी के मामले में धन लाभ के संकेत हैं। रोमांटिक लाइफ में भी पार्टनर के साथ रिश्ते मधुर बने रहेंगें। नये दोस्त भी आपको मिल सकते हैं जो आपके लिये काफी सहायक सिद्ध हो सकते हैं। इसके कुछ ही समय पश्चात सप्तम भाव में बृहस्पति भी वक्री से मार्गी हो रहे हैं। रूके हुए कार्यों में तेजी आने के साथ-साथ जिन जातकों के रोमांटिक जीवन में किसी तरह की परेशानी चल रही है तो वह दूर होने के आसार हैं।
सितंबर माह के उतर्राध में शनि जो कि अष्टम भाव में वक्री होगकर गोचर कर रहे हैं वह भी मार्गी हो जायेगें। मार्गी शनि आपके लिये धन वृद्धि के योग बना रहे हैं। लंबे समय से कहीं पैसा अटका हुआ है तो प्रयास करें वह इस समय मिल सकता है। कार्यस्थल पर भी समय आपके अनुकूल रहने के आसार हैं। लंबी यात्राओं के योग भी आपके लिये इस समय बन सकते हैं। जो अविवाहित जातक अपनी रोमांटिक लाइफ में किसी खास के आने का इंतजार कर रहे हैं उनके लिये भी यह समय काफी अच्छा रहने के आसार हैं, किसी के प्रेमपाश में बंधने के योग बन रहे हैं। सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में मंगल आपकी राशि से पंचम भाव में चले जायेंगें। इस समय आपकी एकाग्रता भंग हो सकती है। कामकाज में आपका मन हो सकता है न लगे। इस समय आप सुस्त भी पड़ सकते हैं। हालांकि स्वास्थ्य सामान्य बने रहने की उम्मीद है लेकिन मानसिक तौर पर आप काफी अस्थिर महसूस कर सकते हैं। संपत्ति के लेन-देन में सावधानी रखें, किसी कानूनी पचड़े में फंसने के आसार हैं।
वर्ष की अंतिम तिमाही में दस नवंबर को मंगल आपकी राशि से छठे घर में चले जायेंगें। जोड़ों संबंधी समस्या आपको तंग कर सकती है। परिजनों के साथ आपके रिश्ते भी इस समय तनावपूर्ण रह सकते हैं। हो सकता है अपने किसी करीबी दोस्त की लाइफ में आ रही परेशानियों से भी आप परेशान रहें। यात्रा के दौरान सावधानी बरतें विशेषकर जरूरी कागजात या कीमती सामान संभालकर रखें। व्यवसायी जातकों को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
वर्ष के अंतिम दिनों में गुरु पुन: शनि के साथ अष्टम भाव में आ जायेंगें। शनि व गुरु की अष्टम में युति आपको किसी कानूनी पचड़े में डाल सकती है। अपने कामकाज पर नज़र रखें। विशेषकर कानूनी कागजात सावधानी से पढ़ें। स्वास्थ्य के मामले में भी लापरवाही न बरतें। प्रयास करें कि आपकी वजह से कोई हर्ट न हो। अंतिम दिनों में मंगल भी सप्तम भाव में चले जायेंगें जो कि आपके लिये एक हैप्पी इयर एंडिंग के संकेत कर रहे हैं।