गुरू प्रसाद लँगर में छोटे बड़े का कोई भेद नहीं
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काँकेर/9770656789.
गुरू का प्रसाद लँगर में छोटे बडे़ का कोई भेद नहीं होता है. लँगर में हर वर्ग, समाज, उम्र के व्यक्ति गुरू का प्रसाद ग्रहण करते है. ऐसा ही नजारा तब यहाँ नज़र आया जब कार्तिक पूर्णिमा को गुरूनानक जयँती पर लँगर आयोजित हुआ.

इस लँगर में शहरवासियों सहित गाँव गाँव से आए श्रध्दालुओं ने पूरे भाव भक्ति के साथ इसे ग्रहण किया. इस लँगर के अलावा अन्य दीगर धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन में भी श्रध्दा के साथ लोग शामिल हुए.
समाज के मुखी राकेश आहूजा बताते हैं कि शहर सहित पूरे ज़िले में इस वर्ष प्रकाश पर्व के रूप में गुरुनानक जयँती उल्लास के साथ मनाई गई.
बीते कुछ समय से देखने में यह आ रहा था कि प्रत्येक त्योहार में खराब मौसम के चलते कोई न कोई परेशान हो रही थी लेकिन प्रकाशपर्व पर मौसम की मेहरबानी बरस पडी़. इस वजह से यह राष्ट्रीय महत्व का सामाजिक त्योहार काँकेर में अत्यँत शानदार तरीक़े से मनाया जा सका.

इसके साथ ही गुरूद्वारे में गुरू ग्रँथ साहब के सात दिवसीय पाठ का समापन बुधवार को हुआ. उस दिन सुबह प्रभात फेरी निकाली गई थी.
प्रसाद वितरण किया गया. 11 बजे नौजवानों द्वारा बाइक रैली निकाली गई, जिसमें समाज के नौजवानों ने भाग लेकर शहर का भ्रमण किया.

शाम में विशाल रैली पूज्य सिंधी पँचायत से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्ग होती हुई वापस झूलेलाल मँदिर पहुँची. वहाँ रात्रि में सुँदर आकर्षक आतिशबाजी का कार्यक्रम शानदार तरीक़े से सँपन्न किया गया.
सभी मुख्य कार्यक्रमों में महिलाओं एवँ बच्चों की भागीदारी सर्वाधिक रही. इस वर्ष की गुरुनानक जयँती काँकेर के लिए एक यादगार रही.

