पाकिस्तानी शब्द से भड़का आक्रोश, निकाली रैली
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राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने की घटना पर भड़का आक्रोश व्यापक रूप लेने लगा है. घटना के विरोध में दिए गए भाषण ने इसमें जैसे घी डालने का काम किया है. अपने आराध्य के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी सहित पाकिस्तानी शब्द के उपयोग से उपजी नाराजगी के परिणामस्वरूप यहाँ रैली निकाल कर विरोध जताया गया.
घटना के सँबँध में दी जा रही जानकारी में बताया जा रहा है कि भाषण देते हुए अमित बघेल नामक व्यक्ति द्वारा सिंधी समाज के इष्टदेव झूलेलाल जी के प्रति अभद्र, अशोभनीय टिप्पणियां की गई. सिंधियों के लिए “पाकिस्तानी” शब्द का प्रयोग किया गया.

उनकी यह हरकत अत्यंत निंदनीय तथा दंडनीय अपराध बताई जा रही है. इसके विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ का समस्त सिंधी समाज उठ खड़ा हुआ है. इसी तारतम्य में शहर के सामाजिक बँधुओं ने जुलूस निकाला गया.
जुलूस नारेबाजी करते हुए कोतवाली पहुँचा. आरोपी बताए जा रहे व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस रपट दर्ज करवाई गई. पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर से भी मिलकर उन्हें मामले की जानकारी दी गई.
इस अवसर पर समाज के मुखी राकेश आहूजा, दिलीप खटवानी, ध्यानचंद केवल रामानी, अजय पप्पू मोटवानी, डॉ लक्ष्मीचंद लालवानी, दीपक खटवानी, नानकराम असरानी, मेघराज मंगलानी, धर्मदास सबनानी, सतराम दास पंजाबी, विजय लखवानी, शंकर आहूजा, जगदीश जसनानी, राजेश रामानी, महेश मोटवानी, सुनील भासवानी भी उपस्थित थे. अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि समाज की भावनाओं से सरकार को अवगत कराया जाएगा.

