पूजा गया ध्वज, सँपन्न हुई नवरात्रि !
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नेशन अलर्ट/राजनाँदगाँव.
पहले ध्वज पूजा गया . . . फिर कन्या पूजन हुआ . . . और फिर दोपहर से शाम तक भँडा़रे का आयोजन हुआ. यह सब श्री कल्याणिका देवस्थानम में निर्वाण अनँतानँद उदासीन की देखरेख में पूरे भक्तिभाव के साथ गुरूवार को हुआ.
सोमवार, 22 सितँबर की प्रातः घट स्थापना के पूर्व गणेश पूजन के साथ भगवती का आह्वान कर नवरात्रि प्रारँभ हुई थी. पूरे नौ दिनों तक चँडी़ पाठ किया गया. इन धार्मिक कार्यक्रमों में निर्वाण अनँतानँद उदासीन और उनके भगतों की टीम लगी रही.

उल्लेखनीय है कि डोंगरगाँव मार्ग पर राजनाँदगाँव से जाते समय दाहिने हाथ की ओर श्री कल्याणिका देवस्थानम स्थित है. इसका सँचालन माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकँटक में सँचालित श्री कल्याण सेवाश्रम ट्रस्ट द्वारा किया जाता है.
पूज्य सँतश्री बाबा कल्याण दास जी महराज द्वारा इस ट्रस्ट का सँचालन किया जाता है. उनकी ही आज्ञा अनुसार अब यहाँ के इस आश्रम का सँचालन व देखकर का दायित्व निर्वाण अनँतानँद उदासीन के कँधों पर है जिसका निर्वहन वह पूरी श्रध्दा भक्ति के साथ कर रहे हैं.
पहले ध्वज फिर पूजी गईं कन्या . . .
निर्वाण अनँतानँद उदासीन के सानिध्य में समापन वाले दिन गुरुवार को सबसे पहले ध्वज पूजा की गई. मँत्रोचार के मध्य यह धार्मिक क्रिया हुई. इसके तुरँत बाद कन्या पूजन व भोज का आयोजन हुआ.
कन्याओंं से आशीर्वाद लेकर उनकी विदाई के बाद माँ की असीम कृपा से भँडा़रे का भव्य आयोजन हुआ. निर्वाण अनँतानँद उदासीन के मार्गदर्शन में आश्रम से जुडे़ नए पुराने भगतों ने माँ की प्रसादी का आनँद लिया.
गुरुवार दोपहर साढे़ बारह से शाम के तकरीबन साढे़ चार बजे तक लगभग आठ सौ भगतों ने क्रमशः प्रसादी ग्रहण की. सेवा करने पार्रीखुर्द से आए सेवकों को माँ के आशीर्वाद स्वरूप साडि़याँ भेंट कर गुरूजी ने कार्यक्रम को सँपन्न किया.

