बम और बंदूकों की गोलियों से नहीं होती क्रांति
नेशन अलर्ट/रायपुर-अंबागढ़ चौकी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह नक्सलवाद के विषय पर कांग्रेस को आड़े हाथ लेते नजर आए। उन्होंने राज बब्बर द्वारा कल कांग्रेस भवन में दिए गए बयान की निंदा की। बब्बर के बयान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नक्सलवादी क्रांति कर रहे हैं यह कहना गलत है। क्रांति नक्सलवाद से नहीं होती। बम और बंदूकों की गोलियों से क्रांति नहीं होती।
अमित शाह ने आज अंबागढ़ चौकी में खुज्जी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी हिरेंद्र साहू के समर्थन में रैली करते हुए कहा कि विकास कार्यों से क्रांति होती है। भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों को विस्तार से बताते हुए शाह ने कांग्रेस की आलोचना की।
विकास के भीतर भाजपा को दिखती है क्रांति
शाह ने नक्सलवाद पर कांग्रेसी नेताओं के आरोप पर बोलते हुए कहा कि नक्सलवाद के मुद्दे पर आपका स्टैंड क्या है बताईए? श्वते क्रांति या दूध क्रांति करते है तो इसे क्रांति कहते हैं.. गरीब को जब भूख लगती है और एक रुपए किलो में चावल पहुंचाया जाता है तो इसे क्रांति कहते हैं। जब रमन सिंह धान पर तीन सौ रुपए का बोनस देते हैं तो इसे क्रांति कहते हैं। गरीबों को फसलों का मूल्य जब मिलता है तो इसे क्रांति कहते हैं।
भाजपा नेता शाह ने कहा कि बिचौलिए दूर होकर किसानों के खातों में सीधे जब पैसा पहुंचता है और दीपावली का दीया जलता है तब क्रांति होती है। कांग्रेस को नक्सलवाद के भीतर क्रांति दिखाई देती है जबकि भाजपा को विकास के भीतर क्रांति दिखाई देती है। आपको नक्सलवाद को क्रांति मानने वाली कांग्रेस की सरकार लानी है अथवा विकास को क्रांति मानने वाली भाजपा सरकार लानी है यह जनता को तय करना है। शाह ने उम्मीद जताई की कांग्रेस की कथनी और करनी का फर्क जनता जान चुकी है और इस बार वह भाजपा सरकार को लाकर रहेगी।
इसके पहले शाह का रायपुर पहुंचने पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा विमानतल पर स्वागत किया गया। प्रत्याशियों की घोषणा के बाद पहली बार आए शाह के स्वागत के अवसर पर प्रदेश प्रभारी अनिल जैन, संगठन मंत्री सौदान सिंह, पवन साय, संजय श्रीवास्तव, सुनील सोनी, सच्चिदानंद उपासने व भाजपा के अन्य नेता मौजूद थे।