10 करोड़ व मंत्री पद में बिके हैं उईके!
नेशन अलर्ट/रायपुर।
पाली-तानाखार विधायक रामदयाल उईके ने भाजपा प्रवेश ऐसे ही नहीं किया है। उन्होंने इसकी पूरी कीमत भाजपा से वसूली है। कीमत के साथ मंत्री पद का ऑफर मिलने पर ही उन्होंने कांग्रेस को टाटा-बाय-बाय किया है और घर वापस होकर भाजपा में पुन: प्रवेश उनका हुआ है।
ये शब्द हमारे नहीं हैं बल्कि ये उस बातचीत से निकला लब्बोलुआब है जो कि कंबल वाले बाबा व लुंड्रा विधायक चिंतामणी महाराज के बीच हुई है। दरअसल इस बातचीत में कंबल वाले बाबा चिंतामणी महाराज से ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि 10 करोड़ देने के साथ ही मंत्री पद का ऑफर रामदयाल उइके को दिया गया तो उन्होंने भाजपा प्रवेश किया है।
हालांकि चिंतामणी पर कंबल वाले बाबा का लोभ-प्रलोभन असर नहीं दिखा पाया और उन्होंने भाजपा प्रवेश से इंकार कर दिया। इसी ऑडियो में बाबा यह कहते हुए भी सुनाई दे रहे हैं कि आज ही गृहमंत्री का फोन आया था। इसके अलावा उन्हें यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि मुख्यमंत्री से मिल लीजिए।
मुख्यमंत्री विधायकों को तोड़ रहे?
इस ऑडियो ने भले ही कुछ नहीं किया हो लेकिन मुख्यमंत्री के लिए दोहरी परेशानी खड़ी कर दी है। मुख्यमंत्री जहां पहले से इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले को लेकर उमेश सिन्हा की नार्काे टेस्ट की सीडी के वायरल होने के बाद से विवादों में है वहीं इस ऑडियो के वायरल होने से चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं।
हालांकि मुख्यमंत्री इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। वे ये कहते हैं कि भाजपा अपने दम पर जीत कर आने के लिए समक्ष है। अंतिम घंटे में हम तोड़-फोड़ क्यूं करेंगे। कंबल वाले बाबा जैसे ढेरों बाबा अपने काम में लगे रहते हैं। उनकी दुकानदारी चलती रहे ये इसलिए अपनी जुगाड़ में घूमते रहते हैं। इनका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है।
भाजपा के कदम पीछे, कांग्रेस ने तेज किया हमला
इस वायरल ऑडियो ने कांग्रेस को जैसे डूबते को तिनके का सहारा दे दिया है। कांग्रेस इस मामले में अब खुलकर आक्रामक रुख अख्तियार कर चुकी है। जबकि भाजपा बैकफुट पर नजर आ रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को किसी सहारे की जरुरत नहीं है। भाजपा के कार्यकर्ता खुद सक्षम हैं।
इधर, इस मुद्दे को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने तत्काल लपका है। बघेल ने इस पर भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इसकी शुरुआत अंतागढ़ से की थी। किस प्रकार भाजपा के लोग खरीद फरोख्त करते हैं यह जनता के सामने आ चुका है। रामदयाल उईके कितने में खरीदे गए हैं इस मामले की जांच होनी चाहिए।
शाह जहां गए वहां हुई हत्या
भूपेश यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने कहा कि ये वही कंबल वाले बाबा हैं जिनके पास गृहमंत्री अक्सर जाते रहते हैं। बाबा ने कहा था कि मैं भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाऊंगा जिसका वह प्रयास कर रहे हैं। बघेल ने मामले में अमित शाह को भी लपेटे में लेते हुए कहा है कि दरअसल भाजपा का लोकतंत्र पर विश्वास ही नहीं है। अमित शाह जहां गए हैं वहां उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है। वही प्रयास वह छत्तीसगढ़ में कर रहे हैं लेकिन यहां उन्हें सफलता नहीं मिलेगी। भूपेश ने कहा कि जनता सब देख रही है। अब आम जनता भाजपा के खिलाफ खड़ी है।
इधर, उईके हुए गायब…
ऑडियो के वायरल होते ही रामदयाल उइके नामक वह शख्स तकरीबन गायब सा हो गया है जो कि कल तक कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष था और आज भाजपाई। इस रामदयाल उइके से जब नेशन अलर्ट ने संपर्क साधने की कोशिश की तो उनका मोबाईल कवरेज क्षेत्र से बाहर बताता रहा। लेकिन हमने अपना प्रयास जारी रखा। एक बार पूरी घंटी गई तो रामदयाल उइके नामक शख्स ने फोन उठाना जरुरी भी नहीं समझा। मामले में उइके की भूमिका अब बेहद संदिग्ध नजर आ रही है।