सीएम को दिए थे एक करोड़ रुपए..?
पंकज शर्मा
नेशन अलर्ट/रायपुर.
क्या मुख्यमंत्री भ्रष्ट हैं..? क्या प्रदेश की भाजपा सरकार कमीशनखोर है? दरअसल, ये सवाल इसलिए किए जा रहे हैं क्यूंकि सोशल मीडिया में विगत कुछ दिनों से एक खबर बड़ी तेजी से वायरल की जा रही है। यह खबर प्रियदर्शनी बैंक घोटाले से जुड़ी हुई बताई जाती है।
वायरल की गई खबर में नार्काे टेस्ट का वीडियो भी अपलोड किया गया है। मोबाईल नंबर 94252-61442 व 83589-25881 से ये सारी खबर वॉट्सएप्प ग्रुप में डाली गई हैं। इस खबर के बाद से एक बार फिर लोगों को प्रियदर्शनी बैंक घोटाला याद आ गया है।
ये रहा वीडियो, जिसे वायरल किया जा रहा है.
2006-07 का है मामला
खबर के मुताबिक वर्ष 2006-07 का यह मामला है। इसमें लिखा गया है कि प्रियदर्शनीय बैंक प्रबंधन ने संचालक मंडल के सदस्यों के साथ मिलकर तकरीबन 54 करोड़ रुपए की राशि का घालमेल किया था। पुलिस व न्यायालय के द्वारा जब बैंक प्रबंधक रहे उमेश सिन्हा का नार्काे टेस्ट कराया गया तो उन्होंने मामले में स्वीकारा था कि मुख्यमंत्री सहित भाजपा के चार मंत्रियों को करोड़ों रुपए बतौर घूस दिए गए।
क्या है वीडियो में
बताया जाता है कि नार्काे टेस्ट वाले वीडियो में प्रबंधक रहे उमेश सिन्हा ने 18 करोड़ रुपए के घालमेल की बात स्वीकारी है। कुल कितने का घालमेल हुआ है इसकी जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए उमेश कहते हैं कि नौ करोड़ रुपए रीता तिवारी को दिए थे। दो करोड़ रुपए संगीता शुक्ला को देने की बात स्वीकारते हुए उमेश नजर आते हैं। इसके अलावा उन्होंने दो करोड़ रुपए किन्हीं कांति उपाध्याय को देने की बात कही है।
मंत्रियों-अधिकारियों के भी नाम
जिस वीडियो की प्रमाणिकता ‘नेशन अलर्ट’ के हिसाब से संदिग्ध है उस वीडियो में उमेश सिन्हा मंत्रियों व अधिकारी के नाम भी लेते नजर आ रहे हैं। वीडियो में उन्होंने एक करोड़ रुपए डॉ. रमन सिंह, एक करोड़ रुपए गृह व सहकारिता मंत्री रामविचार नेताम, स्थानीय विधायक बृजमोहन अग्रवाल को एक करोड़ रुपए, तब के वित्त मंत्री अमर अग्रवाल को एक करोड़ रुपए देने की बात कही है। तत्कालीन डीजीपी ओपी राठौर को भी एक करोड़ रुपए देने की बात कहते हुए व वीडियो में नजर आते हैं।
जिस वायरल वीडियो को प्रियर्दशनी बैंक के प्रबंधक उमेश सिन्हा का बताया जा रहा है उसमें वह कहते दिखाई देते हैं कि, ‘तिवारी मैडम ने मुझसे कहा था कि इस बैग में एक करोड़ रुपए हैं, इसे पहुंचा दो, मैंने पहुंचा दिया था। मैं खुद मुख्यमंत्री से मिला और डायरेक्ट उन्हें बैग दे दिया।’ वे ये भी कहते दिखाई देते हैं कि, ‘मुख्यमंत्री का घर और ऑफिस एक है, मैंने वहीं उन्हें पैसा दिया था।’ रीता शुक्ला के सुपुत्र राहुल शुक्ला द्वारा जेल में जाकर उन्हें धमकी दिए जाने की बात उन्होंने कही है।
इस बारे में हमने पार्टी का पक्ष जानने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक से उनके मोबाईल नंबर 97559 ***** पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कॉल अटैंड नहीं की इस कारण उनसे बात नहीं हो पाई। जबकि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि कोर्ट के निर्देश पर नार्काे टेस्ट हुआ था। इस टेस्ट में प्रबंधक रहे उमेश सिन्हा ने बताया था कि किन-किन मंत्रियों को पैसा दिया गया है।