क्या पीसीसी में शामिल किए जाएंगे दागदार चेहरे?
नेशन अलर्ट/पंकज शर्मा
राजनांदगांव।
प्रदेश कांगे्रस कमेटी की कार्यकारिणी अभी गठित नहीं हुई है लेकिन विवाद शुरु हो गया है। इस बार विवाद का कारण 420 के आरोपी को लिए जाने आशंकाओं से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव में नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए ऐंठने के आरोपी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) में लेने की चर्चा शुरु हुई है तब से इस तरह की बात सामने आ रही है।
उल्लेखनीय है कि पीसीसी की नई कार्यकारिणी का गठन होने को है। इसमें आए दिन नए नाम सुनाई दे रहे हैं। इस बार जो नाम चर्चा में है वह विवादित है। उरला निवासी झरना व उसके पति टमन साहू को झांसा देकर नांदगांववासी कांग्रेसी ने तकरीबन पांच लाख रुपए ऐंठ लिए थे। यह सारा खेल मेडिकल कॉलेज में नौकरी दिलाने के नाम पर किया गया था। पुलिस को दिए गए बयान में झरना व टामन ने बताया था कि उन्होंने कर्ज लेकर पांच लाख रुपए दिए थे।
कमेटी में लिए जाने की खबर
अब यह मामला इस कारण पुन: उजागर हो रहा है क्यूंकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी में इन्हें लेने की चर्चा सुनाई दे रही है। साहू दंपत्ति ने एक तो पुलिस में शिकायत की और उसके बाद जब उन्होंने दबाव बनाया तो किस्तों में उन्हें 1.35 लाख रुपए लौटा दिए गए। 22 मई को दो लाख रुपए और इस व्यक्ति ने लौटाए। अभी भी शेष 1.65 लाख रुपए देने यह व्यक्ति आनाकानी कर रहा है। श्रीमती झरना साहू के नाम से अपराध क्रमांक 250/18 दर्ज है जिस पर आईपीसी की धारा 420 लगाई गई है।
इन्हें लेने की खबर
बहरहाल राजनांदगांव से पीसीसी में जिन्हें लिए जाने की खबर है उनमें रमेश डाकलिया, रुबी गरचा, जितेंद्र मुदलियार, संतराम वर्मा, सुरेंद्र दास वैष्णव के नाम सुनाई देते रहे हैं। इन्हीं में से एक वह भी है जिस पर उक्त आरोप लगा है। अब देखना यह है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी दागदार होती है या पाक-साफ रह जाती है।
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