चिकित्सा का क्षेत्र मानवीय संवेदना और बेहद गंभीरता से परिपूर्ण है, इसे ध्यान में रखकर सेवा प्रदान करें : कलेक्टर
मोहला। कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, सेवाओं और कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि चिकित्सा का क्षेत्र मानवीय संवेदना और बेहद गंभीरता से परिपूर्ण है। इसे ध्यान में रखकर सभी स्वास्थ्य अधिकारी सेवा प्रदान करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने जिला के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवा के लिए उपलब्ध संसाधन, सुविधा और समस्याओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत स्वीकृत नवीन भवन, निर्माणाधीन भवन एवं भवनविहीन स्वास्थ्य केंद्र की जानकारी लेकर विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत स्वीकृत चिकित्सक के पद भर्ती प्रक्रिया व रिक्तियां की भी जानकारी ली।
कलेक्टर ने बैठक में जिले में मलेरिया रोग, कुष्ठ रोग, टीबी रोग एवं अंधत्व निवारण के लिए किया जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में मलेरिया निवारण के लिए लगातार निगरानी रखें। गांव-गांव में कैंप लगाकर नागरिकों की ब्लड सैंपल की जांच करें। प्रभावित मरीजों का प्रभावी उपचार करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि एक मुहिम चलाकर मलेरिया उन्मूलन, कुष्ठ उन्मूलन, टीबी उन्मूलन के लिए जवाबदेही के साथ दायित्व निर्वहन करें। कलेक्टर ने जिले में अंधत्व निवारण के संबंध में निर्देशित करते हुए कहा कि मोतियाबिंद से प्रभावित मरीजों के सफल ऑपरेशन के लिए की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मोतियाबिंद के मरीजों के उपचार एवं ऑपरेशन के दौरान बेहद ही सावधानी और सतर्कता बरतें। किसी भी दशा में कोई भी ऑपरेशन फेल न हो इसका विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों की आंख की जांच करें और समस्या होने पर निदान की व्यवस्था करें। कलेक्टर ने बैठक में गर्भवती माताओं एवं किशोरी बालिकाओं की सतत स्वास्थ्य परीक्षण करने पर जोर दिया। उन्होंने गर्भवती माताओं के टीकाकरण एवं कुपोषण को दूर करने के लिए कुपोषित बच्चों के सुरक्षित एवं उचित देखभाल के लिए आवश्यक कार्यवाही करने निर्देशित किया। उन्होंने बैठक में प्रसव उपरांत महिलाओं की जांच व उपचार की व्यवस्था में गंभीरता का परिचय देने कहा। किशोरी बालिकाओं की एनीमिया की जांच करने और समस्या अनुसार उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की जिले में सेवा प्रदाय के लिए कार्य योजना बनाएं। सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर अन्य जिलों के शासकीय चिकित्सा या निजी चिकित्सकों की सेवा सुनिश्चित करें। जिससे जिले के मरीजों को उपचार के लिए अन्यत्र जिले जाना ना पड़े। कलेक्टर ने इस दौरान बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन निर्धारित समय तक करें। उन्होंने कहा कि संबंधित चिकित्सक अपने प्रभार के स्वास्थ्य केंद्र में नियमित बैठे और मरीज के साथ सहृदयता का परिचय देते हुए सकारात्मक व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि अपने प्रभार के चिकित्सालय में नियमित सेवा नहीं देने वाले चिकित्सकों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी श्री एस आर मंडावी, डीपीएम श्री विकास राठौर सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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