लौट रहा हूं मैं… भास्कर भूमि!
रायपुर।
असत्य पर सत्य की जीत के पर्व विजयादशमी के दिन एक बैठक हुई है जो कि अखबार जगत के लिए मायने रखती है। राजनांदगांव में हुई बैठक के संदर्भ में ये पता चला है कि ‘भास्कर भूमि’ का प्रकाशन पुन: प्रारंभ हो सकता है। ‘भास्कर भूमि’ ने एक वर्ष के दौरान मीडिया जगत सहित प्रशासनिक तंत्र में खलबली मचा दी थी फिर अचानक ही अखबार बंद हो गया।
‘भास्कर भूमि’ के पुन: प्रकाशन की संभावना को लेकर बैठक राजनांदगांव में हुई थी। बताया जाता है कि इस बैठक में प्रबंधन के लोगों सहित अखबार जगत से जुड़े वे लोग शामिल थे जो कि ‘भास्कर भूमि’ में पहले कार्यरत थे। बताया तो यह भी जाता है कि पुन: प्रकाशन की तारीख भी तय कर ली गई है और आने वाला वर्ष कोई अच्छी खबर लेकर आ सकता है।
सीखने मिला था कैसी होती है पत्रकारिता
‘भास्कर भूमि’ से जुड़े रहे कुलदीप बाजपेयी बताते हैं कि उन्हें अखबार से बहुत कुछ सीखने मिला था। बतौर बाजपेयी पत्रकारिता किस तरीके से की जाती है और आज किस तरीके की पत्रकारिता हो रही है यह अंतर समझना हो तो ‘भास्कर भूमि’ की फाईल कॉपी देख लीजिए। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि अखबार पुन: प्रारंभ होने जा रहा है।