गांव को स्वच्छ रखने स्वभाव और संस्कार में लाना होगा स्वच्छता : कलेक्टर
राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल आज ग्राम पंचायत बरगा में आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह उपस्थित थी। कलेक्टर श्री अग्रवाल युवोदय बनकर ग्रामीणों के साथ सड़क किनारे पड़े झिल्ली, प्लास्टिक व पन्नी के ढेर की सफाई की और उपस्थित ग्रामीणों को कचरे से होने वाली बीमारियों और समस्याओं के संबंध में जागरूक किया। कचरे के निपटान के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने एक पेड़ मां के नाम के तहत पौधरोपण कर लोगों को गांव को स्वच्छ रखने की अपील की। कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ ने युवादेय की टीम के वॉलिंटियर के साथ मिलकर सघन साफ-सफाई की और ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक और नृत्य के माध्यम से ग्रामीणों को अपने आस-पास और गांव को स्वच्छ और सुन्दर रखने का संदेश दिया गया। साथ ही स्कूली बच्चों द्वारा बोतल ब्रिक्स, कबाड़ से जुगाड़ अंतर्गत फ्लावर पॉट की प्रदर्शनी, सुन्दर पेंटिंग भी की गई। बच्चों द्वारा कैसे अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी वस्तुएं निर्माण कर सकते हैं के संबंध में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सभी स्वच्छता दीदी को सुरक्षा किट प्रदान किया गया। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने उपस्थित ग्रामीणों एवं बच्चों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने स्वच्छता ही सेवा 2024 अंतर्गत स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता के संबंध में ग्रामीणों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह हम अपने घर को स्वच्छ रखते हैं वैसे ही हमें अपने गांव में भी साफ-सफाई रखने की जरूरत है। कलेक्टर ने कहा कि अपने स्वभाव और संस्कार में स्वच्छता की भावना लाना होगा। कम से कम प्लास्टिक का उपयोग करें, ताकि गांव प्लास्टिक मुक्त हो सके। यदि हमारा गांव स्वच्छ नहीं होगा तो हम और हमारे बच्चे बीमार हो सकते हैं। इसके लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि घरों से सूखा और गीला कचरा अलग-अलग करके निकालना होगा और उसे स्वच्छता दीदी को देना है। उन्होंने ग्रामवासियों को गांव को स्वच्छ रखने और गंदगी से होने वाली समस्याओं और बीमारियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक की पन्नी को कही पर भी फेंक देने से वह नालियों में जाकर जाम हो जाती है। जिससे पानी की निकासी नहीं हो पाती है। जिसके कारण कई प्रकार के डेंगू, मलेरिया, डायरिया जैसी कई प्रकार की बीमारियां फैल सकती है। इसके लिए घर के साथ-साथ अपने आस-पास और गांव की गलियों की सफाई रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने सभी को साथ मिलकर गांव को स्वच्छ रखने का प्रयास करने कहा। उन्होंने कहा कि गांव की गलियों में पानी नहीं जमा नहीं होना चाहिए। घर के सामने किसी प्रकार की गंदगी नहीं होनी चाहिए। घर के सामने और गलियों में गंदगी होने से कई प्रकार की बीमारियां फैलने की संभावना बनी रहती है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि सप्ताह में एक दिन सिर्फ 2 घंटे अपने आस-पास और गांव की सफाई करने से गांव को सुन्दर और बीमारी मुक्त बना सकते हैं। गांव में बहुत अच्छा वातावरण बना सकते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से व्यवहार में परिवर्तन लाकर सामूहिक रूप से गांव में स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित कर प्रति सप्ताह साफ-सफाई करने कहा। उन्होंने ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। जिससे आस-पास का वातावरण स्वच्छ और साफ-सुथरा रहे।
सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि कचरा को साफ करना है। गांव को बहुत सुन्दर और स्वच्छ बनाना है। स्वच्छता दीदीयों को घर से सूखा कचरा निकालकर देने कहा। उन्होंने स्वच्छता दीदीयों को निर्धारित स्वच्छता शुल्क प्रतिमाह देने कहा। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाया जाएगा। नागरिकों में स्वच्छता के प्रति सोच लाने एवं सामूहिक रूप से अपने गांव व क्षेत्र को स्वच्छ रखने स्वच्छता ही सेवा अभियान मनाया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना, गांव में गंदे एवं कचरे का ढेर जमा स्थानों की सफाई, मेगा स्वच्छता अभियान का आयोजन, इसके साथ ही स्वच्छाग्राही व सफाई मित्र के योगदान की सराहना, पिछले वर्षों में स्वच्छ भारत मिशन में किये गये कार्यों व उपलब्धियों को एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। कार्यक्रम में जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती पुष्पा गायकवाड, सीईओ जनपद पंचायत तनुजा मांझी, सहायक परियोजना अधिकारी बलबीर, सरपंच, सचिव एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।