ईडी…आईएएस…नांदगांव…राईसमिल !
जनचर्चा में इस बार राजनांदगांव की चर्चा हो रही है। राजनांदगांव में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम की दस्तक हो चुकी है।
भले ही उसने इस बार अभी तक कोई बड़ा तीर नहीं मारा है लेकिन मामला गंभीर से गंभीर होता नजर आ रहा है। ईडी आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी के यहां छापा डालकर लौट गई है लेकिन उसके फिर आने की खबर है।
इस बार वह यदि आई तो कहां कहां जाएगी, किस किस से पूछताछ करेगी ये सवाल जवाब मांग रहे हैं। जनचर्चा इन्हीं सवालों के जवाब ढूंढने लगी हुई है।
एक संभावित जवाब नजर आता है। यहां पर राईस मिल और अधिकारियों की सांठ गांठ को लेकर ईडी सतर्क बताई जाती है। ईडी ने हफ्ता पन्द्रह दिन पहले एक टीम भेजकर राईसमिल और उसके संचालकों की रैकी कर रखी है ऐसी जनचर्चा हो रही है।
अब चर्चा है कुछ भी हो सकती है। देखिए न… आईएएस अफसर का नाम इससे जोड़कर देखा जा रहा है। आईएएस भी वह जो राजनांदगांव की कलेक्टरी कर चुका है। और तो और उसके परिजनों के नाम से राजनांदगांव जिले में राईसमिल भी बताई जाती है।
अब यह राईसमिल कहां है हमें नहीं मालूम लेकिन जनचर्चा कहती है कि अंबागढ़ चौकी मार्ग पर कोई कुमरदा नामक स्थान है। इसी स्थान पर एक राईसमिल है। इस राईसमिल को पहले कभी कलेक्टर रहे अधिकारी के नाम से फंडिंग होती रही है इसकी जांच इन दिनों ईडी द्वारा की जा रही है ऐसी उड़ती उड़ती खबर है।
इस राईसमिल को लेकर तरह तरह की चर्चा है। जनचर्चा अब राजनांदगांव जिले में बनने वाली क्षमता मुताबिक सबसे बड़ी राईसमिल को लेकर भी हो रही है। दोनों ही राईसमिल में आईएएस अधिकारी के पैसे परिजनों के नाम से लगे हुए हैं बताया जाता है।
ईश्वर राजनांदगांव का भला करे। राईसमिल और इसके संचालकों को भी दिन दुगुनी, रात चौगुनी प्रगति मिले ऐसी हमारी कामना है लेकिन शायद ईडी की नजर गड़बड़ तरीके से की गई लेनदेन पर टिकी हुई है तभी तो वह बार बार राजनांदगांव के पन्ने पलट रही है।