मेडिकल अफसर कैसे बना सीएमएचओ?
पंकज शर्मा/राजनांदगांव।
प्रभारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी क्या बगैर स्थानांतरण राजनांदगांव में जमे बैठे हैं? क्या वे मेडिकल ऑफिसर घुमका ही हैं? क्या डॉ. चौधरी को मलेरिया अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार मिला था? इन सवालों के जवाब स्वास्थ्य विभाग सहित राजनांदगांव का प्रशासन पूछ रहा है.
दरअसल, डॉ. चौधरी इन दिनों प्रभारी जिला एवं स्वास्थ्य अधिकारी का दायित्व संभाल रहे हैं. यह दायित्व उन्हें क्यूं और कब मिला यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा लेकिन उनके संदर्भ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. डॉ. चौधरी घुमका में मेडिकल ऑफिसर पद पर पदस्थ रहे हैं.
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2002 में हुआ था आदेश
पांच जनवरी 2002 को संचालक स्वास्थ सेवा की तरफ से एक आदेश हुआ था. कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, स्थानीय शाखा के साथ ही इसकी प्रतिलिपि डॉ. मिथलेश चौधरी को जारी की गई थी.
इस आदेश में उल्लेखित था कि डॉ. चौधरी अपने मूल कार्य के साथ जिला मलेरिया अधिकारी राजनांदगांव का अतिरिक्त प्रभार देखेंगे. तब डॉ. चौधरी के पास घुमका के मेडिकल अफसर का प्रभार था. इसके साथ ही इस आदेश में स्पष्ट किया गया था कि इसे किसी भी सूरत में स्थानांतरण न माना जाए. डॉ. चौधरी ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और आगे ही आगे बढ़ते चले गए.