तिहरे शतक के बाद अपनी किस्मत को कोस रहे हैं करुण नायर
स्पोर्ट्स डेस्क
करुण नायर ने दिसंबर, 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के अंतिम मुकाबले में ट्रिपल सेंचुरी लगाई थी. नॉट आउट 303 रन की इस पारी के बाद कर्नाटक के स्टार बैट्समैन को टीम इंडिया का अगला वीरेंद्र सहवाग कहा जाने लगा था.
लेकिन, अब पांच महीने बीतने के बाद करुण के रिकॉर्ड पर एक नजर डाली जाए तो ऐसा लगता है कि ट्रिपल सेंचुरी लगाने के बाद वो किसी अपशकुन का शिकार हो गए हैं! जाहिर-सी बात है कि करुण पिछले कुछ महीनों से उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए हैं. चेन्नई में लगाई गई ट्रिपल सेंचुरी के बाद अलग-अलग फॉर्मेट के कुल 9 मैचों की 12 पारियों में वो सिर्फ 149 रन ही बना सके हैं.
दिग्गजों से हुई तुलना
करुण नायर के अब तक के करियर पर नजर डाली जाए तो बहुत उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. जब उन्होंने इंग्लिश गेंदबाजों की धुनाई करते हुए ट्रिपल सेंचुरी लगाई तो कई दिनों तक मीडिया में छाए रहे. वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली जैसे बल्लेबाजों से तुलना हुई. यहां तक कि उन्हें एक पारी को लेकर रिकॉर्ड के मामले में विराट से भी बेहतर बल्लेबाज बताया गया. बात यहीं खत्म नहीं हुई.
3 मैच, चार पारी, 54 रन
जब बांग्लादेश के खिलाफ इकलौते टेस्ट मुकाबले में उन्हें प्लेइंग इलेवन में नहीं रखा गया तो काफी आलोचना हुई थी. उनकी जगह मुंबई के स्टार बैट्समैन अजिंक्य रहाणे का सिलेक्शन क्रिकेट फैंस को पच नहीं रहा था. जब रहाणे फ्लॉप हुए तो नायर की वापसी की मांग होने लगी.
फेसबुक और ट्विटर पर फैंस पूरी तरह खुलकर सपोर्ट में भी आए. विराट की चुनी टीम पर सवाल पूछे गए. खैर, वो दौर भी आया जब करुण नायर टीम में वापस लौटे. लेकिन, कुछ खास नहीं कर सके. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैच की 4 पारियों में सिर्फ 54 रन की बना सके.
ऐसे हर फॉर्मेट में हुए फ्लॉप : 9 मैच की 12 पारियों में सिर्फ 149 रन
- आईपीएल : एक मैच 4 रन.
- टेस्ट : 3 मैच की 4 पारियों में 54 रन.
- टी-20 : विजय हजार ट्रॉफी में 3 मैच में 30 रन.
- 1st क्लास : दो मैच की 4 पारियों में 61 रन.