मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी बनाए गए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर के द्वारा भाजपा प्रवेश कर लिए जाने पर मौन साध लिया है. उन्होंने प्रज्ञा के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा कि मैं कुछ नहीं कहूंगा. दिग्विजय सिंह व प्रज्ञा दोनों क्षत्रिय समाज से आते हैं. दोनों के बीच राजनीतिक अदावत वर्षों पुरानी है. अब जबकि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भाजपा प्रवेश कर लिया है और उन्हें दिग्विजय सिंह के खिलाफ लड़ाया जा रहा है तो दिग्विजय सिंह कुछ नहीं कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आज भाजपा में औपचारिक रूप से प्रवेश दिया गया है. मूलत: भिंड की रहनी वाली प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सम्मेलन में वर्षों तक काम किया है. अरविंद भदौरिया प्रसंग के बाद वह आरएसएस से जुड़ गई थी. प्रज्ञा सिंह ठाकुर कहती है कि दिग्विजय सिंह के कहने पर उन्हें मालेगांव ब्लास्ट में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि कोर्ट ने उन्हें निर्दोष प्रमाणित कर दिया है.