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रायपुर.
गैंगस्टर तपन सरकार और अमर बिल्डर के बीच क्या व्यवसायिक साझेदारी है? गैंगस्टर तपन सरकार के सुरेंद्र राठी से क्या रिश्ते हैं? यह सवाल आशीष पालीवाल और शिकायतकर्ता के बीच हुए विवाद के बाद खड़ा हुआ है.
उल्लेखनीय है कि गैंगस्टर तपन सरकार पहले दुर्ग जेल में बंद था. तत्कालीन दुर्ग आईजी जीपी सिंह ने तपन सरकार के खिलाफ कार्रवाइयों को अंजाम दिया था. उस समय तपन सरकार को दुर्ग से अंबिकापुर जेल स्थानांतरित किया गया था.
पहले भी जुड़ चुका है नाम
दरअसल आशीष पालीवाल और सुरेंद्र राठी का नाम पहले भी तपन सरकार के नाम से जोड़ा जा चुका है. बताया जाता है कि पहले आशीष पालीवाल की गिरफ्तारी भी तपन सरकार के गैंग से जुड़े होने के चलते हो चुकी है.
शिकायतकर्ता ने जो दस्तावेज उपलब्ध करवाए हैं उसके मुताबिक गंजपारा निवासी आशीष पालीवाल से उसने एक दुकान का सौदा किया था. सिटी सेंटर मॉल फरिश्ता कांप्लेक्स में उक्त दुकान स्थित है.
शिकायत के अनुसार दुकान की रजिस्ट्री आशीष पालीवाल द्वारा नहीं कराई जा रही है. पैसा वापस मांगने पर उसके द्वारा आनाकानी की जाती है. पहले भी 28 अक्टूबर को शिकायत की गई थी.
आशीष क्यों ले रहा नाम?
नेशन अलर्ट ने इस मामले में आशीष पालीवाल से बातचीत की थी. आशीष ने मामले में स्वयं को मध्यस्थ बताते हुए राठी व सुशील चांडक का नाम लिया था.
अब सुरेंद्र राठी का नाम आने के बाद नेशन अलर्ट ने उनसे बातचीत करने का प्रयास किया. सुरेंद्र राठी ने मोबाइल रिसीव नहीं किया इस कारण उनसे बातचीत नहीं हो पाई.
ऐसा नहीं है कि सुरेंंद्र राठी को मामले की जानकारी नहीं है. उन्हें 2 अप्रैल को एक संदेश भेजकर उनकी प्रतिक्रिया चाही गई थी. 3 अप्रैल को पुन: मामले को समझाते हुए प्रतिक्रिया चाही गई लेकिन उन्होंने कोई जवाब ही नहीं दिया.
चूंकि उनका जवाब नहीं आया है इसकारण नेशन अलर्ट यह बताने में असमर्थ है कि तपन सरकार व उनके बीच क्या रिश्ते हैं?
. . .लेकिन इतना तय है कि दोनों के बीच कहीं न कहीं, कोई न कोई लिंक जरूर है. उस लिंक तक पहुंचने का प्रयास इन दिनों नेशन अलर्ट द्वारा किया जा रहा है.