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बालाघाट/भोपाल.
मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) मोहन मीणा पर एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं. अनुकंपा नियुक्ति मांग रही महिला के आरोप हैं कि रेंजर परसराम मदनकर के साथ सीसीएफ ने उसका हाथ पकड़ा और मुक्के मारे. रेंजर ने उसका गला दबाया. महिला ने इसकी शिकायत पुलिस के साथ ही वन मुख्यालय भोपाल में भी कर दी है.
एसपी को सौंपी गई शिकायत में महिला ने लिखा है कि अनुकंपा नियुक्ति के लिए रेंजर ने उससे 25 हजार रूपए मांगे थे. रूपयों की व्यवस्था नहीं हो पाई तो उसके समक्ष आपत्तिजनक शर्त रख दी गई.
अब मामले की जानकारी होने पर पुलिस के साथ ही वन बल प्रमुख ने भी इसकी जांच कराने का निर्णय लिया है. सीसीएफ मीणा इसके साथ ही विवादों में घिर गए हैं.
स्थानांतरित हैं मीणा
विभागीय जानकारी के मुताबिक सीसीएफ मीणा का बालाघाट से स्थानांतरण हो चुका है. इसके बावजूद वे यहां जमे हुए हैं. हाल फिलहाल के समय में मीणा बेहद विवादित रहे हैं.
बताया जाता है कि मीणा की वनरक्षक उमाशंकर गुर्जर के साथ बेहद तीखी झड़प हो चुकी है. पिछले शुक्रवार को मामला मारपीट तक पहुंच गया था.
अब महिला की शिकायत है कि उसे आफिस बुलाकर गुर्जर की तरफ से बयान देने पर अनुकंपा नियुक्ति नहीं देने की धमकी दी गई है. पुलिस में की गई शिकायत के मुताबिक नक्सलियों की सुपारी देने का भी जिक्र है.
विभाग के जानकार बताते हैं कि मछुरदा बीट के वनरक्षक गुर्जर के दोस्त की मृत्यु हो गई. उनकी पत्नी गुर्जर की मदद से अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने प्रयासरत है.
मीणा को जब गुर्जर द्वारा मदद किए जाने की जानकारी मिली तो उन्होंने गुर्जर को फटकार लगाने के साथ ही निलंबित कर दिया था. इस पर बातचीत के लिए गुर्जर जब सीसीएफ आफिस गए थे तब उक्त वाद विवाद हुआ था.
इधर सीसीएफ मीणा को 16 फरवरी से भोपाल स्थानांतरित बताया जाता है. वे अब तक इसके बावजूद रिलीव नहीं हुए हैं. और तो और वन बल प्रमुख जेके मोहंती ने तत्काल कार्यमुक्त होने के निर्देश दिए थे और व्यक्तिगत रूप से तबादला आदेश भी दिया था इसके बावजूद मीणा अब तक बालाघाट मेें जमे हुए हैं.
इधर जेके मोहंती कहते हैं कि महिला द्वारा दिया गया आवेदन उन्हें मिला है. इसकी जांच कराई जा रही है. फिलहाल परिस्थितियों को देखते हुए उन्होंने मीणा को कार्यमुक्त होने को कहा था. व्यक्तिगत तौर पर आदेश भेजवाए गए थे. इसके बावजूद यदि वे कार्यमुक्त नहीं हुए तो अब कार्यवाही करेंगे.