प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री से पत्रकारों ने मांगी मदद, लगाई गुहार
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बिलासपुर.
अमुमन ज्ञापन आदि पर खबर बनाने वाले पत्रकार आज खुद ज्ञापन देने मजबूर हो गए हैं. कारण कोरोना महामारी और लाकडाउन के बीच बंद पडी़ शालाओं के द्वारा मांगे जा रहे शुल्क हैं. सांसद से इस विषय पर हस्तक्षेप की मांग पत्रकारों द्वारा की जा रही है.
बिलासपुर प्रेस क्लब अपने साथी पत्रकारों की समस्या को समझते हुए इस मुद्दे पर पहल करने सामने आया है. उसके द्वारा सांसद अरुण साव से न केवल मुलाकात की गई बल्कि ज्ञापन भी सौंपा गया है.
सांसद साव को सौंपा ज्ञापन
उल्लेखनीय है कि कोरोना काल के दौरान की स्कूल फीस माफ करने की मांग को लेकर प्रेस क्लब की टीम ने सांसद अरुण साव को ज्ञापन सौंपकर प्रधानमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मददा की गुहार लगाई है.
बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष तिलकराज सलूजा और उनकी टीम ने सांसद साव को अपनी समस्या बताते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने एवं बचाव के लिए शालाएं बंद कर दी गईं. इन्हें अभी तक बंद रखा गया है.
प्रेस क्लब अध्यक्ष ने अपने साथियों की तरफ से सांसद साव को बताया कि अभी तक शिक्षा सत्र शुरु नहीं हुआ है. चार माह के इस लॉकडाउन में मध्यम वर्ग परिवार सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है इसमें पत्रकार भी शामिल हैं.
सलूजा के अनुसार पत्रकारों की आर्थिक स्थिति में गिरावट आई है. ऐसे में स्कूल फीस को लेकर पत्रकार भी परेशान हैं. उन्होंने कहा कि लाकडाउन में भी स्कूल बंद था लेकिन उसके बाद भी स्कूल प्रबंधन फीस के लिए परिजनों पर दवाब बना रहा है.
प्रेस क्लब के अध्यक्ष तिलकराज सलूजा और उनकी टीम ने सांसद से स्कूल फीस माफ करने को लेकर अपनी बात रखी. गौरतलब है कि इससे पूर्व भी स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस को लेकर किए जा रहे रवैये से प्रेस क्लब द्वारा कलेक्टर को भी अवगत कराया जा चुका है.