बिना फिल्टर किए दूषित पानी पिला रहा एसईसीएल
• स्वच्छ जल और बिजली के लिए ठगे जा रहे ग्रामीण
नेशन अलर्ट / 97706 56789
कोरबा.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने नए बिजली कनेक्शन के नाम पर दलालों द्वारा ग्रामीणों से अवैध रूप से अनाप-शनाप राशि वसूल करने का आरोप लगाया है.
पार्टी ने कहा है कि इस कारण से गरीब ग्रामीण अपने घरों को रोशन करने से वंचित हो रहे हैं। इसी तरह पेयजल के नाम पर प्रदूषित काले पानी की आपूर्ति का आरोप पार्टी ने एसईसीएल पर लगाया है.
पार्टी ने कहा है कि जिन ग्रामीणों ने इस क्षेत्र के विकास के लिए खनन कार्य हेतु अपनी जमीन तक दे दी है, उन्हें एसईसीएल स्वच्छ पेयजल तक उपलब्ध कराने की अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर रहा है.
आज यहां जारी एक बयान में माकपा के जिला सचिव प्रशांत झा ने बताया कि माकपा ने ग्रामीणों के पक्ष में हस्तक्षेप करते ग्राम भैरोताल के ग्रामीणों के साथ बैठक की.
ग्रामीणों के अनुसार वे लंबे अरसे से बिजली और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. लॉक डाऊन के कारण उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं, क्योंकि विद्युत विभाग के कार्यालय तक जाकर आवेदन देना बहुत मुश्किल काम हो गया है.
ग्रामीणों की इस मुसीबत का फायदा उठाने कुछ दलाल भी सक्रिय हो गए हैं, जिनका विद्युत विभाग के ही कुछ भ्रष्ट लोगों के साथ संबंध हैं. वे इस काम को करवाने के लिए ग्रामीणों से अवैध ढंग से हजारों रुपये वसूल कर रहे हैं.
इसी तरह ग्रामीणों ने एसईसीएल द्वारा आपूर्ति किये जाने वाले पानी के नमूने को भी सामने रखा, जो पूरी तरह काला और प्रदूषित था. पता चला है कि एसईसीएल बिना फ़िल्टर किए हुए ही पेयजल की आपूर्ति कर रहा है, जो ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
माकपा नेता ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर माकपा का एक प्रतिनिधिमंडल विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री (नगर) राजेश ठाकुर और एसईसीएल के उप-क्षेत्रीय प्रबंधक दिव्यजीवन सी. से मिला.
प्रतिनिधिमंडल में माकपा पार्षद सुरती कुलदीप और जनवादी महिला समिति की प्रदेश संयोजक धनबाई कुलदीप भी शामिल थीं.
माकपा ने कार्यपालन यंत्री को ज्ञापन सौंपकर भैरोताल वार्ड में नए बिजली कनेक्शन देने के लिए सक्षम अधिकारियों की उपस्थिति में शिविर लगाने की मांग की, ताकि ग्रामीणों को लूट-खसोट से बचाया जा सके.
झा ने बताया कि ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत होने के बाद ठाकुर ने वार्ड में शीघ्र ही शिविर लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, ताकि बिना किसी परेशानी के ग्रामीणजन उचित राशि के साथ बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन जमा कर सकें.
इसी तरह एसईसीएल अधिकारियों ने भी पेयजल संबंधी शिकायत पर तुरंत ध्यान देने का आश्वासन दिया है. उन्हें पेयजल का नमूना भी सौंपा गया है और चेतावनी दी गई है कि एसईसीएल कार्यालय का घेराव कर इस प्रदूषित पानी को अधिकारियों को पीने के लिए बाध्य किया जाएगा.
माकपा के इन कड़े रूख के बाद एसईसीएल ने इस समस्य को शीघ्र हल करने का आश्वासन दिया है. माकपा की इस पहलकदमी से ग्रामीणों की वर्षों लंबित एक बड़ी समस्या के शीघ्र निराकरण की उम्मीद ग्रामीणों को बंधी है.