छठ पर्व : तिथि, वार, नक्षत्र व ग्रहों का शुभ संयोग
नेशन अलर्ट.
97706-56789
रायपुर.
चार दिवसीय छठ पर्व की शुरूआत गुरूवार को नहाए खाए के साथ हो गई है. जिस समय यह पर्व शुरू हुआ उस समय सौम्य व स्थिर योग थे. हालांकि इस बार तिथि, वार, नक्षत्र और ग्रहों के शुभ संयोग में छठ पर्व मनाया जा रहा है.
चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में सर्वार्थसिद्धि व त्रिपुष्कर योग बन रहे हैं. ग्रह गोचरों का शुभ संयोग छठ महापर्व को अपनी शुभता प्रदान कर रहा है
शनिवार को शाम के समय सूर्य को जिस समय अर्ध दिया जाएगा उस समय त्रिपुष्कर योग बन रहा है. रविवार 3 नवंबर को जिस समय उगते सूर्य को अर्ध दिया जाएगा उस वक्त सर्वार्थसिद्धि योग के साथ त्रिपुष्कर योग निर्मित हो रहा है.
चार दिनों तक चलने वाले छठ पर्व में प्याज, लहसून से दूर रहकर नियम संयम के साथ व्रत रखने की परंपरा रही है. सूर्य उपासना का यह पर्व ऋग्वेदिक काल से मनाने की परंपरा चली आ रही है.
हिंदुस्तान की प्रसिद्ध गंगा नदी सहित अन्य जगहों पर प्रवाहित होने वाली विभिन्न नदियों के अलावा अपने घरों पर भी पवित्र स्नान करने के बाद कद्दू की सब्जी, अरवा चावल का भात, चने की दाल, आंवले की चटनी, लौकी का बचका जैसी चीजों को बतौर प्रसाद ग्रहण करने की परंपरा इस पर्व के दौरान निभाई जा रही है.