महिला पुलिस अधिकारी के बगैर कैसे हुई गिरफ्तारी?
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रांची.
महिला पुलिस अधिकारी के बिना गिरफ्तार कर किस आधार पर चा पटेल को गिरफर किया गया है? अब इस मामले में पिठोरिया थानेदार सहित कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है.
रांची से निकलकर रीचा पटेल प्रकरण पूरे देश में चर्चित हो गया है. राज्य सरकार ने इस मामले में रपट तलब की है. शाम 7 बजे के बाद बगैर महिला पुलिस अधिकारी के न केवल गिरफ्तार किया गया बल्कि जेल भी दाखिल करा दिया गया. अब इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
हिंदू संगठन सरकार से नाराज
दरअसल मामले में हिंदूवादी संगठन सरकार से नाराज चल रहे हैं. उनमें सरकार के खिलाफ रीचा पटेल प्रकरण को लेकर आक्रोश भरा हुआ है.
मामले में अब ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, एएसपी अमित रेणु सहित पिठोरिया थाना प्रभारी विनोद राम पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. सरकार इनसे जुड़ी नाराजगी स्वयं मोल नहीं ले सकती है.
मामले में अब भाजपा सांसद व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी भी कूद पड़े हैं. उन्होंने ट्वीट करके जानकारी दी है कि इस मामले में इश भंडारी से संपर्क किया जा सकता है.
बताया जाता है कि भंडारी इस तरह के मामलों के जानकार हैं. स्वामी ने कोर्ट में खुद की ओर से मदद करने का आश्वासन भी दिया है. उन्होंने कुरान की प्रति बांटने को लेकर असहमति जताई है.