यह कैसी उलजुलूल कार्रवाई कर रहा ईओडब्ल्यू?
नेशन अलर्ट, 97706-56789
रायपुर.
राज्य का ईओडब्ल्यू अपनी हरकतों को लेकर फिर विवादों में घिर गया है. वैसे इस हरकत को कार्रवाई ही कहा जाना चाहिए लेकिन यह कहना इसलिए गलत है क्यूंकि आने वाले वक्त में पुलिस विभाग की इस विंग के वरिष्ठों के फैसले एक बड़ी मुसीबत का कारण बन सकते हैं.
दरअसल ईओडब्ल्यू की कार्रवाई पर उंगलियां इसलिए उठाई जा रही हैं क्योंकि ये कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ नहीं बल्कि उन्हें राहत पहुंचाने हो रही हैं.
राज्य के स्पेशल डीजी मुकेश गुप्ता व स्टेनो रेखा नायर से जुड़े कुछ एक मामले ईओडब्ल्यू के पास हैं. आईपीएस गुप्ता के संदर्भ में आने वाले दिनों में चौंकाने वाले तथ्य उजागर हो सकते हैं जबकि रेखा नायर के संबंध में ईओडब्ल्यू की नोटिस आदि पर प्रश्रचिन्ह खड़ा हो गया है.
क्या कोर्ट जाना अपराध है?
स्टेनो रेखा नायर को हाईकोर्ट ने राहत दे रखी है. रेखा नायर ने अभी अपनी याचिका में लगता है उन प्रमुख बिंदुओं को शामिल नहीं किया हैं जिन्हें उनके लिए राहत अर्जित करने का माध्यम बताया जाता है.
बताया जाता है कि इस बार ईओडब्ल्यू के एसपी दीपक झा की ओर से रेखा नायर को सीधे कोर्ट जाने को लेकर नोटिस जारी की गई है. पुलिस रेग्युलेशन की कंडिका 275 अ के तहत उचित प्रणाली से निवारण न करते हुए सीधे कोर्ट जाना ईओडब्ल्यू ने अनुशासनहीनता माना है.
यहां गौरतलब है कि रेखा नायर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. जब किसी भी व्यक्ति पर सही अथवा गलत दोनों ही स्थिति में एफआईआर यदि दर्ज हो जाती है तो उसके पास हाईकोर्ट जाकर एफआईआर को रद्द कराने का एकमात्र विकल्प रहता है.
रेखा नायर ने भी इसी विकल्प का इस्तेमाल किया है. इसके बावजूद उन्हें किस आधार पर ईओडब्ल्यू ने नोटिस थमाई है इस पर अनगिनत सवाल हैं. रेखा नायर ने पूर्व में हाईकोर्ट में यह कहकर राहत अर्जित की थी कि उसे गलत तरीके से फंसाया जा रहा है.
अब जबकि इधर रेखा नायर को ईओडब्ल्यू ने गलत तरीके से नोटिस जारी की है तो फिर रेखा नायर हाईकोर्ट जा सकती है. यदि वह हाईकोर्ट गई तो उन्हें फिर से राहत मिल जाएगी क्योंकि हाईकोर्ट जाना किसी भी सूरत में गलत नहीं है.
चूंकि उन पर पूर्व से ही एफआईआर दर्ज थी इस कारण वह हाईकोर्ट गई थी. इसी आधार पर हाईकोर्ट ने उन्हें राहत दी थी कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है. अब जबकि वाकई उन्हें गलत नोटिस दी गई है तो इसका फायदा निसंदेह रेखा नायर उठा सकती हैं.
इस संबंध में नेशन अलर्ट ने सरकारी पक्ष जानने ईओडब्लू के एसपी दीपक झा के सरकारी मोबाईल पर संपर्क साधा था. चूंकि उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की इस कारण हमें सरकारी पक्ष पता नहीं चल पाया है.