बेटियों के भ्रूण की हत्या कर देता था चिकित्सक
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जयपुर.
भ्रूण जांच कर कोख में ही बेटियों की हत्या कर देने वाले चिकित्सक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उस पर आरोप है कि उसने दस हजार से अधिक बेटियों को कोख में मार डाला है.
आरोपी चिकित्सक का नाम रवि सिंह बताया गया है. उस पर पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है. चार मर्तबा उसने नियमों का उल्लंघन किया था.
जमानत पर छूटा था
पुलिस अधीक्षक गौरव यादव बताते हैं कि सिंघाना निवासी रवि पूर्व में भी गिरफ्तार हो चुका है. चार बार अलग अलग जगहों व अलग अलग साथियों के साथ लिंग जांच करते हुए वे अवैध सोनोग्राफी मशीन के साथ पकड़ा जा चुका है.
राजस्थान उच्च न्यायालय से उसे जमानत मिली थी इसके बावजूद वह अपने कर्माे से बाज नहीं आया. उसने फिर सोनोग्राफी मशीन खरीदी और लिंग जांच करने के काम में जुट गया.
खेतड़ी, वुहाना, सूरजगढ़, सिंघाना जैसे अनेक स्थानों पर लिंग जांच करने वाले साथी तैयार कर लिए थे. अवैध लिंग जांच करने प्रत्येक महिला से वह तीस से पचास हजार रूपए शुल्क लेता था.
रवि अवैध लिंग जांच के बाद गर्भपात भी करवा देता था. गर्भपात के एवज में दस से तीस हजार रूपए वह वसूलता था. उसे पुलिस ने अब हिस्ट्री शीटर घोषित कर दिया है.
उसके आरोपी अवधेश पांडे पर भी अब तक चार प्रकरण पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत दर्ज हो चुके हैं. वह महेंद्र चौधरी के साथ खेतड़ी में लिंग जांच करते पाया गया था लेकिन मशीन छोड़कर भागने में सफल हो गया था.
पुलिस बताती है कि रवि सिंह को पहली मर्तबा श्री ओम डायग्रोस्टिक सेंटर पर 23 अक्टूबर 2015 को लिंग जांच करते हुए पकड़ा गया था. झुंझुनूं जिले के बिसाऊ कस्बे में 19 अप्रैल 2016 को वह फिर पकड़ में आया.
तब उसके साथ एलएचवी भानूमती, एएनएन सुनीता, गंगा, वाहन चालक पवन कुमार सहित सहयोगी सुमेर व राजकुमार आरोपी बनाए गए थे. तीसरी मर्तबा वह 11 जून 2017 को बबाई कस्बे में पकड़ में आया.
पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन उसके पास से जब्त की गई थी. इसके बाद चौथी बार वह गत वर्ष 14 अगस्त को सोलाना गांव में लिंग जांच करते हुए गिरफ्तार किया गया. उसके साथ सुनील व फूलपति भी गिरफ्तार किए गए थे.