कलश स्थापना मुहूर्त सिर्फ चार घंटे
हिंदू नववर्ष 6 अपै्रल से प्रारंभ हो रहा है. विक्रम संवत 2076 के प्रारंभ होने के साथ ही चैत्र नवरात्र भी शुरू होगी. इसी दिन संत झूलेलाल जयंती भी मनाई जाएगी. चैत्र नवरात्रि में इस बार तिथि की घट-बढ़ नहीं होगी. मतलब चैत्र नवरात्रि पूरे नौ दिनों की रहेगी. इस बार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सिफ चार घंटे दस मिनट तक ही रहेगा. कलश स्थापना सुबह 6:09 मिनट से सुबह 10:21 मिनट तक की जा सकती है. यह मुहूर्त इसलिए भी शुभ माना जा रहा है क्योंकि इस समय द्विस्वभाव मीन लग्र होगा. 6 अपै्रल से प्रारंभ होने वाली चैत्र नवरात्रि का समापन 14 अपै्रल को होगा. मेष संक्रांति के दिन 14 अपै्रल को खरमास भी समाप्त होगा.