सविता खंडेलवाल प्रकरण : जांच की कछुआ गति
नेशन अलर्ट, 97706-56789
धमतरी.
अमलताशपुरम निवासी सविता खंडेलवाल की आत्महत्या के प्रकरण की जांच कछुआ गति से की जा रही है. दरअसल मामले में बड़े पुलिस अधिकारियों के नाम आने के बाद पुलिस जांच को लेकर गंभीरता नहीं बरत रही है.
उल्लेखनीय है कि सविता खंडेलवाल ने गत वर्ष आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या के पहले स्वयं को पीडि़त व प्रताडि़त बताते हुए सविता खंडेलवाल ने अपने पति सहित बड़े बड़े पुलिस अफसरों के नाम का उल्लेख किया था.
नेशल अलर्ट को बताया था आईजी का नाम
सविता खंडेलवाल अपने प्रकरण को लेकर गत वर्ष महिला आयोग के समक्ष अपने छोटे सुपुत्र को लेकर धरने पर बैठ गई थी. तब मीडिया का ध्यान बरबस ही सविता खंडेलवाल की ओर गया था.
उसी दौरान “नेशन अलर्ट” ने भी सविता खंडेलवाल से बातचीत की थी. तब सविता खंडेलवाल ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बड़े पुलिस अधिकारियों के नाम का उल्लेख किया था.
सविता के बताए मुताबिक उसे उसके पति द्वारा आईजी हिमांशु गुप्ता से संबंधों को लेकर परेशान किया जाता रहा है. वह आईजी से मिलकर अपनी बात कहना चाहती थी लेकिन उसे बोलने और बताने का अवसर ही नहीं मिला.
दरअसल सविता खंडेलवाल के प्रकरण को या तो धमतरी पुलिस ने हल्के में लिया या फिर बड़े अधिकारियों के नाम आने से उसके हाथ पैर फूल गए. तभी तो आज दिनांक तक जांच है कि चल ही रही है.
धमतरी पुलिस अब तक यह पता नहीं लगा पाई है कि सविता खंडेलवाल ने किन कारणों से आत्महत्या की थी. क्या वह अपने पति की प्रताडऩा से पीडि़त थी या फिर आईजी द्वारा उसका उपयोग किया जा रहा था.