निलंबन वाला दिन; याद रखेगी पुलिस
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रायपुर.
छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए शुक्रवार-शनिवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जा सकता है. इन्हीं दिनों में मुकेश गुप्ता, रजनेश सिंह व आरके दुबे जैसे अफसरों पर निलंबन की गाज गिरी. पुलिस महकमा चाहकर भी अब इस कार्रवाई को भूला नहीं पाएगा.
नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोटाले में फंसे नौकरशाह सरकार के निशाने पर हैं. पुलिस महकमे का ईओडब्लू विंग इस मामले की जांच कर रहा है. स्पेशल डीजी मुकेश गुप्ता, एसपी रजनेश सिंह और इंस्पेक्टर आरके दुबे.. ये तीन नाम हैं जिन्हें नान घोटाले में जांच से ज्यादा जांच में गफलत करने, दूसरों के फोन कॉल सुनने का दोषी समझा जा रहा है.
ईओडब्लू ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई है. और अब गेंद सरकार के पाले में है. शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी ही इन तीनों अफसरों को एक के बाद एक निलंबित किया गया. पहले आईपीएस मुकेश गुप्ता.. फिर नारायणपुर एसपी रजनेश सिंह और उसके बाद इंस्पेक्टर आरके दुबे.
लगातार सामने आए इन आदेश के बाद पुलिस विभाग में भी खलबली मच गई है. गुप्ता खेमे में रहे पुलिसिया अधिकारी इस आफत से बचने जुगत में लगे हैं. बताया जाता है कि परिवहन विभाग की उपायुक्त रहीं श्वेता सिन्हा की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर उन्हें जशपुर की एडिशनल एसपी इसलिए ही बनाया गया क्यूंकि वे भी गुप्ता खेमे में थीं.