अमीन ने कहा ; मैंने नहीं कहा कैसे बंटे सात करोड़
नेशन अलर्ट, 97706-56789
रायपुर.
अंतागढ़ टेपकांड में शामिल बताए गए अमीन मेमन इन दिनों सुर्खियों में हैं. दरअसल अमीन का बयान मामले की जांच कर रही एसआईटी ने दर्ज किया था. तब से केशकाल से लेकर रायपुर तक अमीन के नाम की चर्चा तेज हो गई है.
राज्य शासन ने गत दिनों ही अंतागढ़ टेपकांड की जांच करने के लिए एसआईटी टीम का गठन किया है. रायपुर एसपी नीथू कमल के नेतृत्व में एसआईटी ने अंतागढ़ टेपकांड की जांच शुरू भी कर दी है.
पूर्व में अंतागढ़ टेपकांड के मास्टरमाइंड बताए जा रहे फिरोज सिद्दीकी का बयान एसआईटी टीम ले चुकी है. बाद में फिरोज सिद्दीकी ने एसआईटी टीम को अंतागढ़ टेपकांड से जुड़ी हुई एक पेनड्राइव सौंपी जिसमें सैकड़ों काल रिकार्डिंग बताई जाती है. दो जीबी की यह पेनड्राइव सुनने में एसआईटी अफसर अभी लगे हुए हैं.
फिरोज के बयान के बाद एसआईटी ने पूछताछ के लिए पूर्व विधायक मंतूराम पवार को बुलाया था. यह वही पवार है जिन्होंने विधानसभा उपचुनाव के समय नामवापसी के अंतिम क्षणों में बतौर कांग्रेस प्रत्याशी अपना नाम निर्देशन पत्र वापस लिया था. बाद में पवार भाजपा में शामिल हो गए थे.
मेरे सामने लेनदेन नहीं हुआ
फिरोज व पवार के बाद एसआईटी ने मामले के एक और चेहरे अमीन मेमन को पूछताछ के लिए तलब किया था. अमीन मेमन के बयान पर तरह तरह की खबरें चल रही है.
किसी वेब पोर्टल ने यह खबर जारी की थी कि अमीन ने एसआईटी को बताया कि सात करोड़ रूपए की बंदरबाट कैसे हुई?
आज जब नेशन अलर्ट ने इसी संबंध में सवाल किया तो अमीन ने जो जानकारी दी वह चौंकाने वाली है.
अमीन कहते हैं कि गलत खबर चलाई जा रही है. कई लोगों ने मुझे भी फोन कर पूछा तो मैं आश्चर्य में पड़़ गया. यह खबर सरासर गलत है.
अमीन के मुताबिक उनसे तकरीबन सात घंटे पूछताछ हुई है. शाम को पांच बजे से लेकर रात बारह बजे तक मैं एसआईटी के सामने था. एसआईटी ने घटनाक्रम के संबंध में जो कुछ पूछा और जितनी जानकारी मेरे पास थी वह मैंने उपलब्ध कराई है.
अमीन कहते हैं कि दरअसल अंतागढ़ टेपकांड में यदि रूपयों का लेनदेन हुआ भी है तो वह उनके सामने नहीं हुआ है. अमीन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पैसा न तो उनके हाथ से गया है और न ही इसकी उन्हें कोई जानकारी है.
अमीन अपने संबंध में जारी की गई उस खबर को गलत बताते हैं जिसमें उनके हवाले से कहा गया था कि सात करोड़ रूपए कैसे बंटे इसकी जानकारी उन्होंने एसआईटी को दी है.
अमीन के मुताबिक रूपयों की बंदरबाट वाली खबर पूरी तरह से गलत है. जो घटना हुई और जिसकी जानकारी उनके पास थी वह जरूर उन्होंने एसआईटी को दी है.