आईजी कल्लूरी के बाद प्रभारी डीजी अवस्थी आए विवादों में
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रायपुर.
क्या पुलिस का मुखिया पटवारी है? ये शब्द पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के मुख से निकले हैं. उन्होंने डीएम अवस्थी के मसले पर सरकार को घेरने का प्रयास किया है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, क्या पुलिस मुखिया पटवारी है
आईपीएस एसआरपी कल्लूरी के बाद इन दिनों प्रभारी डीजी डीएम अवस्थी के नाम की चर्चा चहूं ओर है. भाजपा-कांग्रेस के नेता कल्लूरी-अवस्थी के नाम इस तरह रट रहे हैं जैसे प्रभु के नाम.
नियमों को ताक पर रख हटाया
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने एएन उपाध्याय को हटाने की प्रक्रिया को भी गलत बताया है. विधानसभा में उन्होंने कहा कि डीजीपी को नियमों को ताक पर रखकर हटा दिया गया.
रमन यहीं पर नहीं रुके. वे कहते हैं कि डीजीपी को हटाने अनुशासनहीनता, क्रिमीनल अफेंस अथवा भ्रष्टाचार का कोई गंभीर आरोप होना बेहद जरुरी है. इसके अलावा यदि शारिरिक रुप से डीजीपी असक्षम हो तो ही उसे हटाया जा सकता है.
एक्स सीएम सिंह कहते हैं कि गत दिनों सरकार की तरफ से जो आदेश जारी हुआ इसमें प्रभारी शब्द का उपयोग है. वह पूछते हैं कि क्या डीजीपी का पद पटवारी समझ रखा है कि उसे इस तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि प्रभारी डीजीपी डीएम अवस्थी के ठीक पहले आईजी एसआरपी कल्लूरी नई सरकार में विवादग्रस्त अफसरों की श्रेणी में आ चुके हैं.
दरअसल, कल्लूरी की नियुक्ति ईओडब्लू-एसीबी में हुई. इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस पर हमले बोले. वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुराने वक्तव्यों को बताते हुए भाजपाईयों ने कल्लूरी के मसले पर नई सरकार को घेरना चालू किया था. अब अवस्थी का नाम उसी कड़ी में रमन सिंह ने जोड़ दिया है.