बृजमोहन क्या इस बार बन पाएंगे नेता प्रतिपक्ष?
नेशन अलर्ट l रायपुर.
हार से भाजपा की आंतरिक राजनीति भी खुलकर सामने आ गई है. एक तरफ भाजपा हार के कारणों पर विचार कर रही है तो दूसरी तरफ भाजपा के अंदर बाहर एक सवाल बड़ी तेजी से घूम रहा है कि कौन होगा नेता प्रतिपक्ष?
रायपुर दक्षिण से एक बार फिर विधानसभा पहुंचे बृजमोहन अग्रवाल ने इसके लिए अपनी दावेदारी कर दी है. भाजपा सूत्र यह तक बताते हैं कि इन दिनों दिल्ली के दरबार में प्रेमप्रकाश पांडे के साथ बृजमोहन दस्तक दे रहे हैं.
रमन-कौशिक के खिलाफ शिकवा-शिकायत
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के खिलाफ अग्रवाल गुट शिकवा-शिकायत पर उतारु हो गया है. मंत्रियों सहित संगठन के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर छत्तीसगढ़ हारने के कारण यह गुट उन्हें बता रहा है.
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष बनने का सपना अग्रवाल का वर्षों पुराना है. जब छत्तीसगढ़ राज्य बना था तब वह भाजपा की आंतरिक राजनीति के चलते ही नेता प्रतिपक्ष बनते-बनते रह गए थे. उस समय आदिवासी वर्ग का ध्यान रखते हुए नंदकुमार साय को नेता प्रतिपक्ष बना दिया था.
अब जबकि प्रदेश में भाजपा की जबरदस्त हार हुई है तो बृजमोहन ने अपनी गोटियां बिठाना चालू कर दिया है. उनके खेमें में 15 में से 8 विधायक बताए जाते हैं.
इधर, चीज़ें डॉ. सिंह के लिए भी सामान्य नहीं है. उनके अपने ही जिले कवर्धा सहित निर्वाचन जिले राजनांदगांव में भाजपा को करारी हार झेलनी पड़ी है. ये भी तथ्य अग्रवाल रख रहे हैं.