नंदकुमार के बयान पर कांग्रेस के ब्राह्मण विधायकों की चुप्पी!
नेशन अलर्ट l रायपुर.
सवालियों के हितैषी रहे राहुल गांधी लगातार कहते रहे हैं कि सवाल पूछे जाने चाहिए. वे इस मुद्दे के हिमायती रहे हैं. ऐसा इसलिए भी कि केंद्र सरकार के दबाव में पत्रकार सवाल पूछने से हिचकिचाने लगे हैं. लेकिन क्या कांग्रेस में भी कुछ ऐसा ही नहीं चल रहा है?
किस्सा साफ करते हैं. मुख्यमंत्री के पिता नंदकुमार बघेल ने गुरुवार को कबीरधाम में ब्राह्मण समुदाय विरोधी बयान दिया था.
इस मसले को लेकर कांग्रेस के कुछ दिग्गज ब्राह्मण नेता और वर्तमान में विधायकों से हमने सवाल किए.. लेकिन उनसे जवाब में सिर्फ यही सुनने को मिला कि ‘यह मेरी जानकारी में नहीं है. न ही मैंने ऐसा कोई बयान देखा या सुना हैै’.
कांग्रेस के भीतर ऐसा दबाव देखकर एक और सवाल उठता है कि क्यूं सवालों का समर्थन करने वाले राहुल गांधी की पार्टी में नेता सवालों सेे बचने की कोशिश कर रहे हैं? उन पर किसका दबाव है?
इस मुद्दे में यह भी गौरतलब है कि मुख्यमंत्री इस तरह की बयानबाजी में कभी शामिल नहीं रहे हैं. उन्होंने हमेशा अपने पिता के इस तरह के विचारों से खुद को अलग रखा है.
यहां देखिए नंदकुमार बघेल का पुराना बयान जिसमें उन्होंने ब्राह्मण नेताओं के खिलाफ काफी कुछ कहा था.
ब्राह्मणों के खिलाफ पहले भी दिए हैं बयान
उल्लेखनीय है कि नंदकुमार बघेल पहले भी ब्राह्मण विरोधी बयानबाजी कर चुके हैं. एक मर्तबा तो उन्होंने ब्राह्मण नेताओं का नाम गिनाते हुए कहा था कि ये सारे नेता उनके सुपुत्र का रास्ता रोक रहे हैं.
अभी हालही में विधानसभा चुनाव के दौरान नंदकुमार की सक्रियता को देखकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ही एक निर्देश प्रसारित किया था कि उनकी किसी भी बैठक में कोई भी कांग्रेसी शामिल न हो. यदि होता है तो उस पर कार्रवाई हो सकती है.
अब जबकि इस तरह का बयान देकर नंदकुमार ने एक बार फिर जातिवाद की राजनीति का संकेत दिया है तो क्या कांग्रेस की ओर से इसका समर्थन अथवा खंडन किया जाएगा?
ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो किताब लिखी थी
उल्लेखनीय है कि नंदकुमार बघेल ने ही जोगी सरकार के समय ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो शीर्षक से किताब भी लिखी थी.
भाजपा प्रवक्ता शिवतरन शर्मा इस किताब का उल्लेख करते हुए कहते हैं कि ये हमेशा विवादास्पद विषय पर बोलते रहे हैं, सीएम भूपेश बघेल जी को इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए. क्या भूपेश जी अपने पिता को फॉलो कर रहे हैं?
इधर कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष नितिन त्रिवेदी कहते हैं कि सब पुरानी बातें हैं. जब उन्हें कवर्धा में दिए गए बयान की याद दिलाई जाती है तो वह कहते हैं कि अप्रासंगिक बाते हैं, उनकी बातों को स्वयं भूपेश बघेल गंभीरता से नहीं लेते हैं.
न मैंने देखा है, न मुझे कुछ पता है, न मैं उसको जानता हूं..
मोतीलाल वोरा, राष्ट्रीय महासचिव, कांग्रेस