पुलिस मुखिया तय, अवस्थी लेंगे उपाध्याय की जगह
नेशन अलर्ट | रायपुर.
सरकार क्या बदली राज्य में सबकुछ बदला जा रहा है. अब पुलिस मुखिया भी बदला जाएगा. अब तक डीजीपी रहे एएन उपाध्याय की जगह पर डीएम अवस्थी ले सकते हैं. यह फैसला बड़ी सोच समझकर लिया जा रहा है.
बताया जाता है कि पुलिस महकमे में फेरबदल पहले से तय है. ऊपर से नीचे तक, छोटे से बड़े तक परिवर्तन होना नजर आ रहा है.
इसकी झलक भी शपथग्रहण के तुरंत बाद तब मिल गई थी जब प्रदेश के मुखिया ने कुछेक आदेश निकाले थे. उनके आदेशानुसार गुप्तवार्ता के प्रभारी बदले गए. इसी आदेश में डीएम अवस्थी का नाम भी शामिल था.
क्यूं बन सकते हैं अवस्थी डीजीपी?
दरअसल, सरकार की अपनी कुछ दिक्कतें हैं. उसे हर वर्ग को साधना है. आदिवासी-अनुसूचित जाति के अलावा उसे अन्य पिछड़ा वर्ग को सरकार में हिस्सेदारी देना तकरीबन तय है. अब बचा सामान्य वर्ग जो कि सरकार में कम हिस्सेदारी को लेकर नाराज हो सकता है.
पहले से ही सामान्य वर्ग भाजपा से नाराज है क्यूंकि उसने एसटी-एससी वर्ग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले में हस्तक्षेप किया था. इसी के चलते सामान्य वर्ग खुलकर इस बार भाजपा के खिलाफ वोट देने सामने आया.
चूंकि, सामान्य वर्ग से कम मंत्री बन पाएंगे इस कारण इस वर्ग के अफसरों को बड़े पद देकर उन्हें साधने का प्रयास सरकार कर सकती है. इन बड़े पदों में डीजीपी का पद भी शामिल है.
उपाध्याय चूंकि सामान्य वर्ग से आते हैं. वे लंबे समय तक डीजीपी रहे हैं. इस कारण उपाध्याय की जगह अवस्थी को दी जा सकती है. ऐसा कर सरकार पुलिस वर्ग के असंतोष को ठंडा कर दूर तो करेगी ही बल्कि अपनी घुसपैठ भी इस वर्ग में बढ़ाएगी.
फिलहाल अभी जो प्रथम सूची निकली है उसमें अवस्थी जो कि आज दिनांक तक नक्सल ऑपरेशन के विशेष महानिदेशक सहित पुलिस हाऊसिंग कॉर्पारेशन के प्रबंध संचालक हैं उन्हें ईओडब्लू व एसीबी का अतिरिक्त प्रभार फौरी तौर पर दिया गया है.
बताया तो यहां तक जाता है कि दरअसल डीजीपी के लिए सरकार ने अवस्थी का नाम तय कर रखा है. आने वाले चंद दिनों में इस बारे में आदेश भी हो जाएंगे यह भी खबर है. मतलब साफ है कि लोकसभा चुनाव की तैयारी करने सरकार ने जिम्मेदारी तय कर रखी है.